मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में अपराध पर काबू पाया गया है, और राज्य सरकार ने हाल ही में अपराधों पर नियंत्रण को लेकर आंकड़े प्रस्तुत किए हैं। सोमवार को जारी एक बयान में कहा गया कि पिछले 8 वर्षों में उत्तर प्रदेश सरकार ने अपराध को समाप्त किया है और राज्यभर में 230 खतरनाक अपराधियों को ढेर किया है और आतंकवादी स्लीपर सेल्स को नष्ट कर दिया है।
सरकार ने शून्य सहिष्णुता दृष्टिकोण अपनाते हुए आतंकवादी नेटवर्क को निशाना बनाया है। राज्य में अपराध के लिए हो रही फंडिंग, धार्मिक उग्रवाद, जाली दस्तावेज और विदेशी घुसपैठ को लक्ष्य बनाकर रणनीतिक रूप से कार्रवाई की गई है।
230 अपराधियों को ढेर किया गया
बयान में बताया गया कि साल 2017 के बाद से, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में 230 खूंखार अपराधियों को मारा गया, 142 स्लीपर सेल्स को नष्ट किया गया (जिसमें 131 सक्रिय मॉड्यूल शामिल थे जो आतंकियों को शरण देते थे और खुफिया जानकारी लीक करते थे), और 11 फंडिंग नेटवर्क का पर्दाफाश किया गया है।
साल 2017 में पदभार संभालने के बाद से, मुख्यमंत्री ने अपराध और आतंकवाद पर शून्य सहिष्णुता दृष्टिकोण अपनाया है। उनके निर्देशों के तहत, यूपी आतंकवाद निरोधी दस्ता (ATS) ने स्लीपर सेल्स को नष्ट करने, विदेशी घुसपैठ को रोकने और फंडिंग नेटवर्क को समाप्त करने के लिए एडवांस तकनीक के साथ खुफिया ऑपरेशंस को अंजाम दिया है।
ATS का आतंकवाद के खिलाफ अभियान
ATS के 8 साल के अभियान ने वैश्विक और घरेलू आतंकवादी संगठनों से जुड़े स्लीपर मॉड्यूल नेटवर्क को तोड़ा है, जिनमें ISIS, AQIS, JMB, ABT, LET, JEM, HM, IM-SIMI, नक्सली, PFI और ISI शामिल हैं। इस अभियान ने इन आतंकवादी संगठनों को समाप्त करने का कार्य किया है।
राज्य में अपराध पर काबू पाने के लिए लगातार की गई कोशिशों ने न केवल आतंकवादी नेटवर्क को ध्वस्त किया, बल्कि इन समूहों को समर्थन देने वाले प्रमुख कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी भी सुनिश्चित की है।
किस-किस पर कार्रवाई की गई
ATS ने 11 स्लीपर मॉड्यूल्स को नष्ट किया, 47.03 लाख रुपये के नकली नोटों के साथ 41 जालसाजों को गिरफ्तार किया, 173 अवैध रोहिंग्या और बांगलादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया, 20 से ज्यादा धार्मिक रूपांतरण सिंडिकेट्स का पर्दाफाश किया और 19 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया, जिनमें सिम-कार्ड और पहचान घोटाले चलाने वाले चार चीनी नागरिक भी शामिल थे।
इसमें यह भी कहा गया कि ATS ने धार्मिक अशांति भड़काने वाले तत्वों पर भी कार्रवाई की है, जिनमें अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के आसपास विघटनकारी घटनाओं की साजिश रचने वाले लोग शामिल थे।