जम्मू और कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस (JKNC) के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने सोमवार को पहलगाम आतंकी हमले पर पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि अफसोस है कि पाकिस्तान आज भी यह नहीं समझ पा रहा है कि उसने मानवता के खिलाफ अपराध किया है। उन्होंने कहा, "अगर पाकिस्तान को लगता है कि इस तरह के हमलों से हम उनके साथ मिल जाएंगे, तो हमें उनकी गलतफहमी दूर करनी चाहिए।"
जम्मू और कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कहा, "ऐसी कायराना हमलों के माध्यम से पाकिस्तान हमें कमजोर करना चाहता है, लेकिन हम इससे कमजोर नहीं बल्कि मजबूत हो रहे हैं। हम उन्हें मुंहतोड़ जवाब देंगे। मैंने हमेशा बातचीत का पक्ष लिया है, लेकिन हम उन पीड़ितों के परिवारों को क्या जवाब देंगे जिनके प्रियजन इस हमले में मारे गए हैं? क्या हम इंसाफ कर रहे हैं?"
#WATCH | Jammu | #PahalgamTerroristAttack | JKNC Chief Farooq Abdullah says, "I used to favour dialogue with Pakistan every time...How will we answer those who lost their loved ones? Are we doing justice? Not Balakot, today the nation wants such action to be taken so that these… pic.twitter.com/YlRzAGUspO
— ANI (@ANI) April 28, 2025
"दो राष्ट्र सिद्धांत को पानी में फेंक दिया था"
फारूक अब्दुल्ला ने कहा, 'हमें बहुत दुख है कि पाकिस्तान आज भी यह नहीं समझ पाया है कि उसने मानवता के खिलाफ अपराध किया है। हम दो राष्ट्र सिद्धांत को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं। हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, या कोई और, हम सभी एक हैं।' उन्होंने कहा कि जो लोग हमें कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं, वह गलत हैं, हम मजबूत हो रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा, 'हम पाकिस्तान को यह समझाना चाहते हैं कि उनकी इन हरकतों से हम उनके साथ नहीं जाएंगे। जब हम 1947 में पाकिस्तान के साथ नहीं गए, तो आज क्यों जाएंगे? हमने उस समय दो राष्ट्र सिद्धांत को पानी में फेंक दिया था, और आज भी हम उसे स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं।'
"हम उन्हें मुंहतोड़ जवाब देंगे"
फारूक अब्दुल्ला ने कहा, "मैं हमेशा पाकिस्तान के साथ बातचीत का पक्षधर रहा हूं, लेकिन हम उन परिवारों से क्या कहेंगे जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया? क्या हम इस बातचीत से न्याय कर रहे हैं? बालाकोट जैसे हमले की जगह हमें इस तरह की कार्रवाई करनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसे हमले न हो। हम उन्हें मुंहतोड़ जवाब देंगे।"