दुनिया के 9 परमाणु संपन्न देश, कुल 12,241 न्यूक्लियर हथियार, भारत आगे तो पाकिस्तान कितना पीछे?

हाल ही में ईरान और इज़रायल के बीच तनाव ने एक बार फिर दुनिया को परमाणु जंग की आशंका के साये में धकेल दिया था। ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले की चर्चा और अमेरिका की दखलअंदाजी ने हालात को और भी गंभीर बना दिया। हालांकि ईरान ने अमेरिकी दावों को नकार दिया, लेकिन इस घटना ने एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया — आखिर इस समय दुनिया के पास कितने परमाणु हथियार हैं और किन देशों के पास सबसे ज्यादा न्यूक्लियर ताकत है?

9 देशों के पास हैं कुल 12,241 परमाणु हथियार


स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) की ईयरबुक 2025 के मुताबिक, जनवरी 2025 तक पूरी दुनिया में 9 देशों के पास मिलाकर 12,241 परमाणु हथियार मौजूद हैं। इनमें अमेरिका, रूस, चीन, फ्रांस, ब्रिटेन, भारत, पाकिस्तान, इज़रायल और उत्तर कोरिया शामिल हैं। SIPRI की रिपोर्ट बताती है कि भले ही वैश्विक स्तर पर परमाणु हथियारों की संख्या में मामूली कमी आई हो, लेकिन उनका आधुनिकीकरण तेजी से जारी है। यानी, दुनिया में परमाणु खतरा घटने की बजाय और अधिक जटिल होता जा रहा है।

किस देश के पास कितने न्यूक्लियर हथियार हैं?

देश - परमाणु हथियारों की संख्या

रूस - 5,459
अमेरिका - 5,177
चीन - 600
फ्रांस - 290
यूके - 225
भारत -180
पाकिस्तान - 170
इज़रायल - 90
उत्तर कोरिया - 50

रिपोर्ट के मुताबिक, रूस और अमेरिका मिलकर दुनिया के कुल परमाणु हथियारों का लगभग 90% हिस्सा रखते हैं। वहीं, भारत इस सूची में 180 हथियारों के साथ सातवें स्थान पर है और पाकिस्तान उससे थोड़ा पीछे है, जिसके पास 170 परमाणु हथियार हैं।

2,100 हथियार हाई अलर्ट पर

SIPRI का कहना है कि वर्तमान में करीब 3,912 परमाणु हथियार मिसाइलों और एयरक्राफ्ट पर सक्रिय रूप से तैनात हैं। इनमें से लगभग 2,100 हथियारों को बैलिस्टिक मिसाइलों पर हाई अलर्ट मोड में रखा गया है, यानी इन्हें तुरंत लॉन्च किया जा सकता है।

न्यूक्लियर मॉर्डनाइजेशन की दौड़

रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि सभी परमाणु संपन्न देश अपनी सैन्य क्षमता बढ़ाने के लिए न्यूक्लियर मॉर्डनाइजेशन प्रोग्राम 2024 चला रहे हैं। इसमें पुराने हथियारों को हटाकर नए और तकनीकी रूप से उन्नत हथियार शामिल किए जा रहे हैं।

हालांकि, SIPRI का यह भी कहना है कि अमेरिका और रूस जैसे बड़े देश अपने कई पुराने हथियारों को रिटायर कर रहे हैं, लेकिन जितनी तेजी से वे पुराने हथियारों को खत्म कर रहे हैं, लगभग उतनी ही तेजी से नए हथियार बनाए भी जा रहे हैं।

बढ़ती चिंता का विषय

मध्य पूर्व में बढ़ते संघर्ष, रूस-यूक्रेन युद्ध और एशिया में हथियारों की होड़ ने विश्व शांति के लिए गंभीर खतरा पैदा कर दिया है। जबकि वैश्विक समुदाय परमाणु निरस्त्रीकरण की बात करता है, हकीकत यह है कि हर देश अपनी सुरक्षा के नाम पर परमाणु शस्त्रागार को और मजबूत कर रहा है।