
तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैय्यप एर्दोगन ने इज़रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर तीखा हमला बोला है और उन्हें न केवल पाखंडी बताया, बल्कि उनकी तुलना एडॉल्फ हिटलर से करते हुए कहा है कि दोनों नेताओं ने विनाश के एक जैसे रास्ते को अपनाया है। एर्दोगन का यह तीखा बयान उस समय सामने आया है जब ईरान और इज़रायल के बीच हालात युद्ध जैसे बन चुके हैं और पूरे मध्य-पूर्व में तनाव चरम पर है।
नेतन्याहू को बताया पाखंडी, तुलना की हिटलर सेअपनी बात को मजबूती से रखते हुए एर्दोगन ने कहा कि नेतन्याहू और हिटलर दोनों की सोच और तरीका एक ही है — विनाश, हिंसा और निर्दोषों की मौत। उन्होंने इज़रायल को अंतरराष्ट्रीय नियमों की धज्जियां उड़ाने वाला देश बताते हुए कहा कि वह बिना किसी निगरानी के अपना परमाणु कार्यक्रम आगे बढ़ा रहा है, जबकि दूसरों को रोकने का दिखावा कर रहा है।
ईरान को आत्मरक्षा का अधिकार, गाजा के हालात भयावहराष्ट्रपति एर्दोगन ने ईरान का बचाव करते हुए कहा कि वह सिर्फ अपनी जनता की सुरक्षा कर रहा है, जो उसका वैध अधिकार है। उन्होंने गाजा के हालात को लेकर बेहद संवेदनशील टिप्पणी करते हुए कहा, “गाजा में करीब 20 लाख लोग ऐसी स्थिति में जी रहे हैं जो नाज़ी यातना शिविरों से भी बदतर हैं।
एर्दोगन ने इज़रायल पर कब्ज़ा, विनाश और हिंसा फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि वहां हर दिन निर्दोषों की जान जा रही है, और पूरी दुनिया मूकदर्शक बनी हुई है।
शांति की राह में सबसे बड़ी बाधाएर्दोगन ने स्पष्ट कहा कि नेतन्याहू न सिर्फ इज़रायल बल्कि पूरे क्षेत्र की शांति के लिए सबसे बड़ी बाधा बन चुके हैं। उन्होंने कहा कि इज़रायल की सरकार ने अपने कृत्यों से यह बात खुद ही साबित कर दी है। 13 जून से ईरान इज़रायल के राज्य प्रायोजित आतंकवाद का शिकार है।
इज़रायल पर परमाणु हथियारों का विस्तार करने का आरोपराष्ट्रपति एर्दोगन ने आरोप लगाया कि इज़रायल लगातार अपने परमाणु कार्यक्रम को गुप्त रूप से विकसित कर रहा है, जबकि ईरान जैसे देशों के शांतिपूर्ण परमाणु प्रयासों को भी बर्बाद कर रहा है। उन्होंने इसे दोहरे मापदंड का सबसे बड़ा उदाहरण बताया।