एपस्टीन फाइल्स पर नया विवाद: क्लिंटन टीम का वाइट हाउस पर आरोप, खुद को बचाने के लिए हमें बना रहे बलि का बकरा

एपस्टीन फाइल्स के ताज़ा खुलासों ने अमेरिका की राजनीति में हलचल मचा दी है। नई फाइलों में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का नाम गायब है, वहीं बिल क्लिंटन की कुछ विवादित तस्वीरें सामने आई हैं, जिनमें वे लड़कियों के साथ पूल में नहाते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस पर क्लिंटन की टीम ने मौजूदा वाइट हाउस प्रशासन पर आरोप लगाया है कि वह पूर्व राष्ट्रपति को बलि का बकरा बनाने की कोशिश कर रहा है, ताकि उन छिपी जानकारियों से ध्यान हटाया जा सके जिन्हें वह सार्वजनिक नहीं करना चाहते।

क्लिंटन के प्रवक्ता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बयान जारी किया और कहा, वाइट हाउस ने इन फाइलों को महीनों तक छिपाया। यह बिल क्लिंटन को बचाने के लिए नहीं था, बल्कि अपने आप को बचाने के लिए और उस सच से ध्यान हटाने के लिए था जिसे सामने आने से डर था। 20 साल पुरानी धुंधली तस्वीरें जारी कर दी गईं, लेकिन यह मामला क्लिंटन का नहीं है। न पहले था, न अब है और न ही भविष्य में होगा।

प्रवक्ता ने वाइट हाउस की चीफ ऑफ स्टाफ सूजी वाइल्स के बयान का भी हवाला दिया, जिसमें उन्होंने माना कि ट्रंप के लगातार दावों के बावजूद यह साबित नहीं हुआ कि क्लिंटन कभी एपस्टीन के कैरेबियन द्वीप गए थे।

एपस्टीन फाइल्स के खुलासों के बाद सबसे ज्यादा चर्चा बिल क्लिंटन के नाम पर रही। अमेरिका की सत्ता में रहने के दौरान भी उन पर ऐसे आरोप लगते रहे हैं। हालांकि, क्लिंटन की तरफ से पहले ही स्पष्ट किया जा चुका है कि 2005 से पहले उन्हें एपस्टीन की गंदी हरकतों के बारे में जानकारी नहीं थी। जैसे ही उन्हें पता चला, उन्होंने उससे सारे रिश्ते खत्म कर दिए।

क्लिंटन की टीम की ओर से कहा गया, यहां दो तरह के लोग हैं। एक वे, जिन्हें कुछ भी जानकारी नहीं थी और जैसे ही अपराध सामने आया, उन्होंने दूरी बना ली। दूसरा वे, जो सब कुछ जानते हुए भी संबंध बनाए रखने के इच्छुक थे। हम पहले समूह में हैं। दूसरे समूह के लोग चाहे कितनी देर करें, सच हमेशा सामने आएगा। मागा समर्थक बलि का बकरा नहीं, बल्कि जवाब चाहते हैं।

अमेरिकी न्याय विभाग की तरफ से एपस्टीन केस से जुड़ी लगभग 3 लाख पेज की फाइल सार्वजनिक की गई। लेकिन ट्रंप विरोधियों का मानना है कि केवल उन्हीं फाइलों को सामने लाया गया, जिन्हें ट्रंप प्रशासन सार्वजनिक करना चाहता था। कई फाइलों से राष्ट्रपति का नाम हटा दिया गया है और पीड़ितों की पहचान छिपाने के लिए कुछ हिस्सों को काला कर दिया गया है। अभी भी कई बड़े हिस्से जांच के तहत हैं।

इस खुलासे ने राजनीतिक हलकों में बहस और अटकलों को जन्म दिया है, और क्लिंटन टीम इसे वाइट हाउस की रणनीति मान रही है, जिसमें पूर्व राष्ट्रपति को गलत तरीके से निशाना बनाया जा रहा है।