
अहमदाबाद में एअर इंडिया के विमान क्रैश होने की खबर से जहां एक ओर पूरे देश में अफरा-तफरी का माहौल है, वहीं दूसरी ओर इसका असर भारत के वित्तीय बाजारों पर भी साफ नजर आया है। भारत के प्रमुख शेयर बाजारों में अचानक भारी गिरावट दर्ज की गई, और टाटा ग्रुप से जुड़े शेयर भी इस घटना के बाद धड़ाम हो गए। यही नहीं, इस विमान हादसे की गूंज अमेरिका तक सुनाई दी, जहां बोइंग जैसी प्रमुख एयरक्राफ्ट निर्माता कंपनी के शेयरों में भी गिरावट देखने को मिल रही है। खास बात यह है कि अमेरिका में अब तक स्टॉक मार्केट खुले भी नहीं थे, फिर भी प्री-मार्केट ट्रेडिंग में ही बोइंग को जबरदस्त झटका लग चुका है।
प्री-मार्केट में बोइंग के शेयरों की गिरावट से निवेशकों में चिंता का माहौलएयरप्लेन मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की दिग्गज कंपनी बोइंग के शेयरों में प्री-मार्केट सेशन के दौरान 7 फीसदी से अधिक की गिरावट देखने को मिली है। इस गिरावट के चलते कंपनी के शेयर की कीमत 200 डॉलर से नीचे आकर 197.58 डॉलर प्रति शेयर तक पहुंच गई। यह गिरावट गुजरात के अहमदाबाद में हुए विमान हादसे के बाद आई है, जिसमें एयर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान शामिल था। बोइंग के शेयरों की यह स्थिति यह दर्शा रही है कि अमेरिकी बाजार के खुलने के बाद भी स्थिति और खराब हो सकती है। इससे पहले बुधवार को बोइंग का शेयर 0.8 फीसदी की गिरावट के साथ 214 डॉलर पर बंद हुआ था, जबकि पिछले तीन महीनों में यह करीब 24 फीसदी चढ़ चुका था। मिंट की एक रिपोर्ट के अनुसार, बोइंग कंपनी ने इस हादसे को लेकर शुरुआती रिपोर्ट्स पर काम करना शुरू कर दिया है और विस्तृत जानकारी जुटाई जा रही है।
एक लाख करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान केवल प्री-मार्केट सेशन मेंबोइंग के शेयरों में गिरावट का असर कंपनी की कुल वैल्यूएशन पर भी साफ नजर आया है। बुधवार को जब बोइंग का शेयर 214 डॉलर पर था, तब कंपनी का कुल मार्केट कैप 161.36 बिलियन डॉलर था। लेकिन गुरुवार के प्री-मार्केट में करीब 7.67 फीसदी की गिरावट के कारण इसकी वैल्यू घटकर 149 बिलियन डॉलर पर पहुंच गई है। इस गिरावट के चलते बोइंग को करीब 12 बिलियन डॉलर यानी एक लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का झटका लगा है। जानकारों के अनुसार, जब अमेरिकी बाजार खुलेगा, तब वास्तविक स्थिति और स्पष्ट होगी कि निवेशक इस दुर्घटना को लेकर कितने संवेदनशील हैं।
भारतीय शेयर बाजार भी नहीं बच पाया हादसे की आंच सेइस विमान दुर्घटना का असर केवल अमेरिका ही नहीं, भारत के घरेलू शेयर बाजारों पर भी गहरा पड़ा है। गुरुवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 823.16 अंकों की बड़ी गिरावट के साथ 81,691.98 पर बंद हुआ। दिन के कारोबार के दौरान सेंसेक्स में अधिकतम गिरावट 991.98 अंकों की रही, जिससे यह 81,523.16 के लोअर लेवल तक पहुंच गया। इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का प्रमुख इंडेक्स निफ्टी भी 253.20 अंक टूटकर 24,888.20 अंक पर आकर बंद हुआ। इस गिरावट से निवेशकों को तगड़ा नुकसान हुआ है और आंकड़ों के मुताबिक कुल 4 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति का मूल्य बाजार से साफ हो गया है, जिससे निवेशकों की चिंता और अधिक बढ़ गई है।