1905 में डूबे रूसी जहाज का मलबा मिला, उसमें मौजूद 200 टन सोने की कीमत तक़रीबन 8 लाख करोड़ रुपए

दक्षिण कोरिया की बचाव टीम ने एक ऐसे रूसी जंगी जहाज के मलबे को ढूंढ निकालने का दावा किया है। ब्रिटिश अखबार डेली टेलीग्राफ के मुताबिक, जहाज का मलबा दक्षिण कोरियाई द्वीप उलुंगडो के पास 1400 फीट की गहराई में मिला। जिसमें 200 टन सोना होने की बात कही जा रही है। इसकी कीमत 130 बिलियन डॉलर (करीब 8 लाख करोड़ रुपए) है। रूसी इंपीरियल नेवी का सोने से भरा दिमित्री दोन्सकोई नाम का यह जहाज 1905 में डूब गया था। जहाज के मलबे को ढूंढने में दक्षिण कोरिया, ब्रिटेन और कनाडा की टीमें एक साथ काम रही थीं। इन टीमों ने मलबे की फोटो खींचने के लिए दो पनडुब्बियों का इस्तेमाल किया।

रिपोर्ट्स की माने तो रूसी जहाज पर सोने के बिस्किट और सिक्के से भरे 5500 बॉक्स थे। जापान इन पर कब्जा करना चाहता था, लेकिन इससे पहले ही जहाज डूब गया। जहाज की खोज करने वाले सिओल के शिनिल ग्रुप को उम्मीद है अक्टूबर या नवंबर तक मलबा निकाल लिया जाएगा। कंपनी का कहना है कि जितना भी सोना मिलता है, उसका आधा रूस को दे दिया जाएगा। सोने से मिलने वाली 10% रकम से उलुंगडो द्वीप में म्यूजियम बनाया जाएगा।