हर इंसान अपने जीवन में कार खरीदने का सपना जरूर रखता हैं और चाहता हैं कि वह अपनी मनचाही कार खरीद पाए। मनचाही कार की कीमत जेब पर ज्यादा भारी पड़ जाती हैं। लेकिन आज हम आपको कार नहीं बल्कि एक शराब के बोतल की जानकारी देने जा रहे हैं जिसे जान आप कार नहीं बल्कि इस बोतल को खरीदना चाहेंगे। हांलाकि इस बोतल की कीमत आपकी मनचाही कार से भी ज्यादा हो सकती हैं क्योंकि इसकी कीमत लाखों में हैं। जी हां, यूरोपीय देश हंगरी के प्रमुख पर्यटन स्थल टोकज के शराब उत्पादकों ने एक ऐसी वाइन तैयार की है, जिसकी डेढ़ लीटर की एक बोतल की कीमत करीब 28.41 लाख रुपये है। इसे दुनिया की सबसे महंगी वाइन बताया जा रहा है।
इस शराब का नाम इसेंसिया 2008 डिसेंटर है। इसकी अब तक मात्र 20 बोतलें ही तैयार की गई हैं, जिनमें से 18 बोतलों को पिछले साल रिलीज किया गया था। इसके बाद से ही इसे दुनिया की सबसे महंगी शराब माना जाने लगा। इस शराब की 11 बोतलें अब तक बिक चुकी हैं। खास बात ये है कि इस शराब की प्रत्येक बोतल को एक चमकदार काले रंग के बॉक्स में रखा गया है, जिसमें एक स्विच लगा होता है जो बोतल को और भी चमकदार बना देता है। इसकी एक और खास बात है कि कोई भी बोतल एक दूसरे से मिलती जुलती नहीं है यानी सबको अलग-अलग तरीके से और विशेष रूप से बनाया गया है।
इस शराब की एक्पायरी डेट (तारीख) वर्ष 2300 है, यानी इसे अभी लोग 80 साल तक चाहें तो सहेज कर रख सकते हैं। यह शराब साल 2008 में तैयार हुई थी, जिसे कई सालों के बाद बोतल में पैक किया गया। इसे बनाने वाली कंपनी के जनरल मैनेजर जोल्टन कोवाक्स के मुताबिक, 'इसेंसिया 2008 वाइन तैयार होने के आठ साल बाद बोतल में पैक होने के लिए सही मानी जाती है'।
जोल्टन कोवाक्स के मुताबिक, इस शराब को खास मौसम में ही बनाया जाता है और एक छोटी चम्मच के बराबर मात्रा में इसे बनाने में करीब एक किलोग्राम पके हुए अंगूर का इस्तेमाल होता है। यानी अगर एक बोतल शराब बनानी हो तो इसके लिए करीब 20 किलोग्राम अंगूर की जरूरत होती है। इसकी 37.5 सेंटीमीटर की एक बोतल में तीन फीसदी अल्कोहल होता है। इसमें अधिकतम चार फीसदी ही अल्कोहल हो सकता है, जो अन्य वाइन के मुकाबले ज्यादा है।