जयपुर के अजमेर रोड़ स्थित ईएसआई मॉडल अस्पताल में एक महिला के पेट से ऑपरेशन कर डॉक्टरों ने बालों का 1 किलो का गुच्छा निकाला है। ईएसआई मॉडल अस्पताल के सर्जरी विभाग के डॉ अनिल त्रिपाठी ने बताया कि च्छे को मेडिकल भाषा में ‘ट्राइकोबेजार’ के नाम से जाना जाता है। बता दे, ऑपरेशन के बाद मरीज स्वस्थ है। मनोरोग विभाग के अध्यक्ष डॉ अखिलेश जैन का कहना है कि ट्राइकोटिलोमानिया एवं ट्राइकोफेजिया बीमारी के चलते व्यक्ति अपने बाल तोड़कर खाने लगता है। ऐसे लोगों को बाल तोड़कर खाने की इच्छा होती है। मरीज का आपरेशन के बाद बिहेवियर थैरेपी व दवाओं से इलाज किया गया है।
डॉ त्रिपाठी का कहना है कि महिला पिछले 10 सालों से बाल खा रही है। हो सकता है महिला अपनी मानसिक विकृति के चलते लंबे समय से चबाकर निगल रही थी। जिसकी वजह से बाल पेट में सख्त गुच्छे में तब्दील हो गए और अगर समय रहते इन्हें नहीं निकाला जाता तो मरीज की जान को खतरा हो सकता था।