जब भी कभी चमत्कार और किस्मत की बात आती हैं तो आबादी का कुछ हिस्सा इसके समर्थन में आ जाता हैं और कुछ विपक्ष में। हांलाकि यह पूरी तरह से उस घटना को जानने और देखने वाले पर निर्भर करता हैं कि वे इसे क्या नाम देना चाहते हैं। आज इस कड़ी में हम आपको एक ऐसी घटना के बारे में बताने जा रहे हैं जहाँ एक महीले के सीने में 30 घंटे तक चाकू घुसे रहने के बाद भी उसकी जान बच गई। ये घटना है 25 मई की। तमिलनाडु के कृष्णागिरी जिले की बात है। 40 वर्षीय एक महिला पर जानलेवा हमला हुआ। इस हमले में छह इंच लंबा चाकू महिला के सीने में घुसा दिया गया। और तो और ये चाकू महिला के सीने में 30 घंटे तक रहा। फिर भी महिला की जिन्दा बच गई।
मिली जानकारी के अनुसार, कोयंबटूर मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के डॉक्टर्स ने महिला की सर्जरी की। दरअसल, इस घटना के तुरंत बाद महिला के घरवाले उसे सालेम के सरकारी अस्पताल लेकर गए थे। यहां महिला को रातभर रखा गया। सुबह उसे कोयंबटूर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। जहां वो दोपहर 2 बजे पहुंचे।बता दें की कोयंबटूर हॉस्पिटल के कार्डियोथोरेसिक सर्जरी डिपार्टमेंट के हेड डॉ। ई। श्रीनिवासन और अनेस्थिसियोलॉजी के हेड डॉक्टर जयशंकर नारायण ने मिलकर इस ऑपरेशन को लीड किया। इस बारें में उन्होंने बताया कि चाकू छह इंच से ज्यादा लंबा था। इससे फेफड़ों के ही कुछ हिस्सों को चोट पहुंची थी। हालांकि शुक्र ये है कि चाकू की नोक महिला के दिल तक नहीं पहुंच पाई। जिसके वजह से उसकी जान बच गई। सर्जरी के कुछ दिन बाद ही महिला को अस्पताल से डिस्चार्ज भी कर दिया गया, फिलहाल वो खतरे से बाहर आ गई है।