अक्सर लोग कुत्ते, बिल्ली या अन्य पालतू जानवर का लालन पालन अपने बच्चे की तरह करते है लेकिन बिहार के मुंगेर मुख्यालय से महज चार किलोमीटर दूर कासिम बाजार थाना के अंतर्गत हेरु दियारा के डकरा गांव में पेशे से मजदूर कृष्णा यादव की पत्नी मीनादेवी एक जहरीले सांप को अपना बेटा मानकर उसका अच्छे से ख्याल रखती है। उस सांप को लेकर के वह घर का हर काम करती है। और सांप भी एक आज्ञाकारी बच्चे के समान मीनादेवी की हर बात मान उसके कहे अनुसार काम करता है। मीनादेवी का मानना है कि इस सांप ने उसकी कोख से जन्म लिया है। साथ ही कहा की मेरे कोख से तीन सांप के बच्चों ने जन्म लिया था। दो बेटे और एक बेटी को मैं अपने बच्चे की तरह पाल रही थी। महिला और सांप के बीच मां बेटे के इस रिश्ते को देख लोग दांतो तले उंगली दबा लेते
मीनादेवी ने बताया कि अपने तीनों बच्चों के नाम उन्होंने 'आंधी', 'तूफान' और 'मेल' रखा था। जिसमें से आंधी और तूफान की तो मौत हो गई, लेकिन 'मेल' नहीं मरेगा अब यह हमेशा मेरे साथ रहेगा। मीनादेवी की बातों को सुनकर और सांप को देखकर गांव वाले भी हैरान हैं। गांव में कौतूहल का विषय है। घर पर सांप देखने वाले का दिन भर तांता लगा रहता है।हालांकि विज्ञान इन बातों को नहीं मानता, पर महिला का ये दावा कि उसने सांप रूपी तीन बच्चों को जन्म दिया है। इस पर शायद ही कोई यकीन कर सके। लेकिन गांव वाले भी इस घटना को सत्य मान उस सांप और महिला के प्रेम को देखने उसके घर जाया करते हैं। ग्रामीणों ने कहा कि जब उन्होंने ये सुना कि महिला ने सांप के बच्चे को जन्म दिया तो उन्होंने इस बात पर यकीन नहीं किया। लेकिन जब जहरीले सांप के छोटे से बच्चे को महिला की गोद में एक बच्चे की तरह खेलता देखा तो उन्होंने बात पर यकीन कर लिया।
ग्रामीणों ने कहा कि एक छोटा सा सांप महिला की हर बात मानता है। जब वह पास बुलाती है तो वो आ जाता है। दूध पीने को बोलती है तो दूध पीने लगता है। सांप महिला के साथ बच्चे की तरह बरताव करता है।