
सोशल मीडिया पर जब एक ही तरह की चीज़ को हजारों लोग दोहराने लगते हैं, तो वो ट्रेंड बन जाता है। आजकल, आपने शायद देखा होगा कि कई लोग अपनी रील्स में पानी में हल्दी डालकर वीडियो बना रहे हैं। ये नजारा देखने में जितना सुंदर लगता है, इसके पीछे की वजह उतनी ही हैरान कर देने वाली है। अगर आप सोच रहे हैं कि ये सिर्फ दिखावे का एक तरीका है, तो आप बिल्कुल गलत हैं। असल में, इस ट्रेंड के ज़रिए लोग एक बेहद ज़रूरी और चौंकाने वाला टेस्ट कर रहे हैं।
क्या है यह वायरल ट्रेंड?इन दिनों कई लोग पानी में हल्दी डालकर उस पर टॉर्च या मोबाइल की फ्लैशलाइट मारते हुए वीडियो बना रहे हैं, ताकि उसमें बनने वाले स्पार्कलिंग इफेक्ट को कैप्चर किया जा सके। इस अनुभव को खास बनाने के लिए कुछ लोग इसे बच्चों के साथ भी कर रहे हैं और यकीन मानिए, बच्चों की आंखों में चमक और उत्साह देखना बेहद प्यारा अनुभव होता है। लेकिन ये सिर्फ मज़ेदार नहीं है—बल्कि इससे एक बहुत अहम चीज़ का पता भी चलता है।
हल्दी की मिलावट को पहचानने का ज़रिया बन रहा है ये ट्रेंडआजकल पैकेट वाली हल्दी का ज्यादा इस्तेमाल होता है, लेकिन इसके साथ मिलावट की आशंका भी बनी रहती है। अब सोचिए, अगर एक छोटी सी घरेलू ट्रिक से आप ये जान सकें कि आपकी हल्दी मिलावटी है या नहीं, तो क्या यह राहत की बात नहीं होगी? तो बस, यही वजह है कि लोग हल्दी को पानी में घोलकर उसकी शुद्धता की जांच कर रहे हैं।
कैसे पता चले कि हल्दी में है लेड की मिलावट?भारतीय खाद्य संरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) के मुताबिक, हल्दी में लेड क्रोमेट नामक खतरनाक केमिकल की मिलावट होती है। इसकी जांच बहुत आसान है। बस एक गिलास पानी लें और उसमें एक चम्मच हल्दी डालें। अगर हल्दी पूरी तरह नीचे बैठ जाती है और पानी हल्का पीला ही रहता है, तो यह शुद्ध हल्दी है। लेकिन अगर पानी गहरा पीला हो जाए और हल्दी ऊपर ही तैरने लगे या पूरी तरह घुल जाए, तो समझ जाइए कि उसमें मिलावट है।
कैसे पहचानें असली और शुद्ध हल्दी?अगर आप मिलावट रहित और सेहत के लिए सुरक्षित हल्दी का इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो बाजार से साबुत हल्दी खरीदें और उसे खुद से कूटकर पिसवाएं। दादी-नानी के जमाने की ये आदत आज के समय में भी उतनी ही कारगर है। इससे न केवल आप शुद्धता सुनिश्चित कर पाएंगे, बल्कि हल्दी की असली खुशबू और औषधीय गुण भी बरकरार रहेंगे।