आप सभी ने ट्रेन का सफ़र तो किया ही होगा जिसमें जनरल, स्लीपर, AC विभिन्न प्रकार की बोगियां बनी होती हैं जो कि लोगों की सुविधा अनुसार बनाई जाती हैं और उस अनुरूप ही उसका किराया तय किया जाता हैं। लेकिन क्या आपने कभी ध्यान दिया हैं कि ट्रेन की खिडकियों में कुछ खिडकियां बाकी सभी से अलग होती हैं। हम बात कर रहे हैं दरवाजे के पास वाली खिड़की के बारे में जिसमें सामान्य से अधिक सरिया लगा होता है। क्या कभी आपने सोचा है कि ये खिड़की अन्य खिड़कियों से अलग क्यों होती हैं? इसके पीछे की वजह जानकर आप हैरान हो जाएंगे।
दरअसल, दरवाजे के पास वाली खिड़की में चोरी होने का डर सबसे ज्यादा होता है। चोर अक्सर इन खिड़कियों मे हाथ डालकर सामान चुरा लेते थे। क्योंकि इन खिड़कियों तक दरवाजे के पायदान से भी पहुंचा जा सकता है। यात्री जब रात के समय सो रहे होते हैं, तब चोर इन खिड़कियों के जरिए आसानी से सामान चुरा लेते थे। इस समस्या से निजात पाने के लिए ही इन खिड़कियों में सामान्य से अधिक सरिया लगा दिया गया।अधिक सरिया होने की वजह से गैप इतना कम हो गया कि खिड़की में हाथ घुस नहीं सकता है। वहीं दरवाजों की खिड़कियों में भी अधिक सरिया वाली खिड़की लगाए जाने लगे हैं, ताकि रात में आउटर में गाड़ी रुकने के दौरान चोर खिड़की से हाथ डालकर दरवाजा न खोल पाएं।