इस दुनिया में कई तरह के जीव पाए जाते हैं और सभी अपनी विशेषता के लिए जाने जाते हैं। इन सभी जीवों में एक जीव चींटी भी हैं जो हमें सामान्य तौर पर आसानी से देखने को मिल जाती हैं। लेकिन क्या आपने कभी एक बात गौर किया हैं कि चींटियां हमेशा एक पंक्ति में ही चलती हैं। क्या आपने कभी इसके पीछे का कारण जानने का कोशिश की है। तो आइये जाज हम बताते हैं आपको इसके पीछे का रहस्य।
चीटियां सामाजिक प्राणी होती हैं, जो कॉलोनी में रहती हैं। इस कॉलोनी में रानी चींटी, नर चींटी और बहुत सारी मादा चीटियां होती हैं। रानी चींटी के बच्चों की संख्या लाखों में होती है। नर चींटियों की पहचान ये होती है कि उनके पंख होते हैं, जबकि मादा चींटियों के पंख नहीं होते हैं। चींटियां सबसे लंबे समय तक जीवित रहने वाले कीड़े की श्रेणी में आती हैं। दुनिया में कुछ कीड़े ऐसे हैं, जो महज कुछ दिन या कुछ घंटे ही जीवित रहते हैं, वहीं इसके विपरीत एक विशेष प्रजाति 'पोगोनॉमीमेक्स ऑही' की रानी चींटी 30 सालों तक जिंदा रहती है।
चींटी अपने आकार के संबंध में दुनिया के सबसे मजबूत प्राणियों में से एक है। यह दिखने में भले ही छोटी होती है, लेकिन इनके अंदर ऐसी काबिलियत होती है कि ये अपने वजन से 50 गुना ज्यादा वजन उठा सकती हैं। चींटियों के शरीर में फेफड़े नहीं होते हैं। ऑक्सीजन और कार्बन डाईऑक्साइड के आवागमन के लिए उनके शरीर पर छोटे-छोटे छिद्र होते हैं। हालांकि चींटियों के कान भी नहीं होते हैं। वो जमीन के कंपन से ही शोर का अनुभव करती हैं।
वैसे तो चींटियों की आंखें होती हैं, लेकिन वो सिर्फ दिखावे के लिए होती हैं। उनसे वो देख नहीं सकती हैं। खाने की तलाश में जब ये चींटियां बाहर निकलती हैं तो उनकी रानी रास्ते में फेरोमोन्स नाम का एक रसायन छोड़ते हुए जाती है, जिसकी गंध को सूंघते हुए बाकी चींटियां भी उसके पीछे चलती जाती हैं, जिससे एक लाइन बन जाती है। यही वजह है कि चींटियां एक लाइन में चलती हैं।