आज के इस प्रगतिशील ज़माने में भी अन्धविश्वास व्याप्त है और इसके बुरे परिणाम समय-समय पर दिखाई देते हैं। ऐसा ही एक मामला देखने को मिला राजस्थान के हरीपुरा गांव में जहां अंधविश्वास का शिकार एक पांच साल की बच्ची हुई और उसके साथ उसके माता-पिता को भी इसकी सजा भुगतनी पड़ी। यह पूरी घटना हैरान करने वाली हैं। तो आइये जानते हैं इस मामले के बारे में।
दरअसल, उस बच्ची की एक गलती थी कि उससे टिटहरी के अंडे टूट गए थे और इसी के कारण उसे घर से निकाल दिया गया। इस बच्ची ने गलती से टिटहरी के अंडे पर पैर रख दिया जिससे वो टूट गया। इसके कारण उस बच्ची को समाज से बाहर कर दिया और उसके घर से दूर करके अकेला छोड़ दिया गया।इस गाँव के लोगों का मानना है कि टिटहरी के अंडे टूटने से अपशकुन होता है जिसका नतीजा पूरे गाँव को झेलना होगा। उनका कहना है कि इसी के कारण गाँव में इस साल बारिश भी नहीं होगी। सजा के तौर पर बच्ची को बाहर कर दिया और 11 दिनों से अपने घर से दूर रह रही थी जिसे खाना भी दूर से फेंक कर दिया जाता था। इसकी शिकायत पिता ने पुलिस में की और पुलिस ने इसका केस भी दर्ज कर लिया है।