उत्तर प्रदेश : आस्था कहें या अंधविश्वास, शिव की सवारी नंदी पी रही है दूध, वैज्ञानिकों ने बताई असली वजह

कुछ दिन पहले मध्यप्रदेश के रतलाम से बाल गोपाल लड्डू की मूर्ति द्वारा दूध पीने की खबरें आई थी। वही अब उत्तर प्रदेश के शामली में शिव मंदिरों में भगवान शिव की सवारी नंदी महाराज के दूध पीने का मामला सामने आया है। शामली के अलग-अलग मंदिरों में नंदी महाराज दूध पी रहे हैं। जिसके बाद मंदिरों में भक्तों का तांता लगा हुआ है। लोगों का कहना है कि यह एक चमत्कार है। दूध पिलाने वाले भक्त खुद को भाग्यशाली समझ रहे हैं और खुश हैं। वही इस पूरी घटना पर वैज्ञानिकों का मत एकदम अलग है उनका कहना है कि यह महज एक अंधविश्वास है। लखनऊ यूनिवर्सिटी में भौतिक विज्ञान के प्रफ़ेसर डॉ एनके पांडेय के मुताबिक यह सच नहीं है। मूर्तियों के दूध पीने की वजह सरफेस टेंशन यानी पृष्ठ तनाव है। पत्थर की मूर्ति में तमाम छिद्र होते हैं, जो लिक्विड को अंदर की तरफ खींचता है। मूर्तियों के दूध पीने के पीछे और कोई वजह नहीं है। इसे भ्रांति के रूप में फैलाया जाता है। मूर्ति एक लिमिट तक लिक्विड अब्ज़ॉर्ब करती है।उन्होंने बताया कि आप घर में भी किसी ड्राई मूर्ति को दूध पिलाएंगे तो वो भी पिएगी।

पहले भी हो चुकी है इस तरह की घटना

- 21 सितंबर1995 को भी देशभर में अफवाह फैली थी कि भगवान गणेश की मूर्तियां दूध पी रही हैं। गुरुवार के उस दिन गणेश मंदिरों पर भक्तों का हुजूम उमड़ पड़ा था। हर मंदिर के बाद अगले दो दिन तक इस चमत्कार की अफवाह के कारण भक्तों की भीड़ इकट्ठा होती रही थी। बाद में पता चला कि तांत्रिक चंद्रास्वामी के आश्रम से ये अफवाह उड़ाई गई थी।

- साल 2012 में राजस्थान के कई मंदिरों में भगवान गणेश की मूर्ति के दूध पीने की अफवाह फैलने के बाद वहां भी मंदिरों में भक्तों की भीड़ इकट्ठा होनी शुरू हो गई थी।

- साल 2015 में प्रयागराज में भी अफवाह फैली थी कि नंदी की मूर्ति दूध ग्रहण कर रही है। इसके बाद मंदिरों में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा था।