आपने कई लोगों को कहते हुए सुना होगा कि दुनिया में सबकुछ विज्ञान से ही हैं। लेकिन कभीकभार ऐसी घटनाएँ सामने आती है कि विज्ञान भी उसकी पुष्टि नहीं कर पाता हैं। यह सब भगवान की महिमा मानी जाती हैं। आज हम आपको एक ऐसी ही घटना के बारे में बताने जा रहे हैं, जो विज्ञान को चुनौती देती हैं। तो आइये जानते है इसके बारे में।
तमिलनाडु के एक छोटे से गांव में रहने वाले परिवार की 15 महीने की बच्ची के साथ हुआ। कुछ समय से वह कुछ खा-पी नहीं पा रही थी। उसका पेट बढ़ता चला जा रहा था। वो पूरा दिन लेटी रहती थी। मां-बाप समझ नहीं पा रहे थे आखिर उसे क्या बीमारी हुई है।
श्री गनपथ्य हॉस्पिटल के डॉक्टर ने बताया कि बच्ची के पेट में जुड़वा भ्रूण पल रहे हैं। डॉक्टर ने कहा कि हर साल पूरी दुनिया से सिर्फ 200 केस सामने आते हैं। बच्ची का नाम निशा है। निशा के पिता राजू और मां सुमाथी को लग रहा था कि उसके पेट में ट्यूमर है।
डॉक्टर ने पैरेंट्स से कहा कि बच्ची का तुरंत ऑपरेशन करना पड़ेगा। डॉ विजयगिरी ने बताया कि दो घंटे चले इस ऑपरेशन के बाद भ्रूण को निकाल दिया गया है। लेकिन बच्ची के अन्य ऑरगन्स पर असर पड़ा है। इन भ्रूण का वजन 3।5 किलोग्राम था।