दुनियाभर में फैला कोरोना का संक्रमण चिंता बढ़ाने का काम कर रहा हैं। इसके चलते लोगों में एक डर सा बैठ गया हैं और जिंदगी जीने में बहुत बदलाव देखा जा रहा हैं। हांलाकि ठीक होने वाले लोगों की संख्या भी काफी हैं। ऐसे में जहां पर्यटन ठप हो गया हैं वहां एक ऐसा द्वीप भी हैं जहां सिर्फ कोरोना से ठीक हुए लोग ही जा सकते है। हम बात कर रहे हैं ब्राजील का फर्नांडो डी नोरोन्हा द्वीप की जहां लोग घूमने जा सकते हैं लेकिन शर्त हैं कि वे कोरोना से ठीक हो चुके हो।
दरअसल, फर्नांडो डी नोरोन्हा द्वीप पिछले पांच महीनों से बंद है, लेकिन अब इसे नई शर्तों के साथ एक सितंबर से खोला गया है। बताया जा रहा है कि अब सीमित संख्या में ही लोगों को इस द्वीप पर आने की इजाजत मिलेगी। अधिकारियों के मुताबिक, शर्त पूरी करने वाले पर्यटक ही यहां आ पाएंगे।
अधिकारियों के मुताबिक, इस द्वीप पर आने वाले पर्यटकों को कोरोना पॉजिटिव की रिपोर्ट भी अपने साथ लेकर आनी होगी और वो रिपोर्ट कम से कम 20 दिन पुरानी होनी चाहिए। दरअसल, ये शर्त इसलिए लगाई गई है ताकि इस द्वीप पर रहने वाले लोग कोरोना वायरस से सुरक्षित रहें।
दरअसल, फर्नांडो डी नोरोन्हा एक द्वीप समूह है, जिसके आसपास 20 छोटे-छोटे द्वीप हैं। इसका मुख्य द्वीप करीब 28।5 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला है, जिसके बारे में कहा जाता है कि उसका निर्माण ज्वालामुखीय चट्टानों से हुआ है। यूनेस्को ने इस द्वीप समूह को विश्व धरोहर स्थल घोषित किया है।
कहते हैं कि इस द्वीप पर रोजाना सिर्फ 420 पर्यटकों को ही आने की इजाजत मिलती है। इस द्वीप की सबसे रोचक बात ये है कि 20वीं सदी के मध्य तक यहां के मुख्य द्वीप का इस्तेमाल कैदखाने की तरह होता था, जहां ब्राजील के सबसे खतरनाक अपराधियों को रखा जाता था, चाहे वो हत्यारा हो, चार हो या राजनीतिक कैदी।