आज के समय में बोला जाता है कि लडकियां लड़कों के साथ कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ रही हैं। लेकिन आज भी ऐसे कई हिस्से हैं जहां लड़कियों की स्थिति दयनीय हैं और उनको कई जुल्म सहने पड़ रहे हैं। आज हम आपको लड़कियों से जुडी एक प्रथा के बारे में बताने जा रहे हैं जिसमें लड़कियों का एक अभिन्न अंग काट दिया जाता है।
असल में इस प्रक्रिया को खतना कहा जाता है। भारत में भी ये काम होता है। बोहरा समुदाय अब भी इस परंपरा का पालन करता है। जिसे यहां खतना या महिला सुन्नत कहते हैं। दुनियाभर में लगभग 20 करोड़ से ज्यादा महिलाओं का खतना हो चुका है। कुछ देशों में इसे कानूनी माना जाता है तो कहीं कहीं गैर कानूनी, लेकिन इसका फर्क कुछ लोगों पर बिलकुल नहीं पड़ता। वो तो बस अपने घिनौने काम में लगे रहते हैं।
अफ्रीकी देशों, यमन, इराकी कुर्दिस्तान और इंडोनेशिया में महिला खतना ज्यादा चलन में है। कई देशों में इसे उजागर नहीं किया जाता, लेकिन अंदरूनी तौर पर इसे किया जाता है। इन देशों का कहना है कि जिन लड़कियों का खतना नहीं होता है। वे अपनी भावनाओं पर काबू नहीं रख पाती हैं। इसके कारण वो शादी से पहले कई मर्दों के साथ अपना रिश्ता रखती हैं। लेकिन जिन लकड़ियों का खतना हो जाता है, वो अपनी भावनाओं पर कंट्रोल बखूबी कर लेती हैं।