अंतिम संस्कार की ये परम्पराएं रूह कंपा देने वाली, कर देती है सोचने पर मजबूर

हमारे देश में किसी भी इंसान की मौत होने के बाद शौक व्यक्त किया जाता हैं और मृत व्यक्ति को इज्जत और विधि-विधान के साथ अंतिम विदाई दी जाती हैं। हिन्दू धर्म में जलाने की प्रक्रिया हैं तो मुस्लिम संप्रदाय में दफनाने की। लेकिन दुनिया में कई देश हैं जिनकी अंतिम संस्कार की प्रक्रिया बेहद अलग हैं और रूह कंपा देने वाली हैं। जी हाँ, कुछ देशों की अंतिम संस्कार की परम्पराएं आपको सोचने पर मजबूर कर देती हैं। आज हम आपको कुछ ऐसी ही अनोखी और डरावनी अंतिम संस्कार की परम्पराओं से जुड़ी जानकारी देने जा रहे हैं। तो आइये जानते हैं इनके बारे में।

- दक्षिणी मैक्सिको के मायन में अधिकतर वर्गों में मृत व्यक्ति को घर में ही दफन करने की परंपरा है। ऐसा करने के पीछे मान्यता है कि इस तरह से उनका प्रिय उनके करीब ही रहता है। हालांकि इसकी एक वजह गरीबी भी बताई जाती है। चूंकि उनके पास इतने पैसे नहीं होते हैं कि वो मृतक का अंतिम संस्कार कर सकें, इसलिए वो घर में ही गड्ढा खोदकर मृतक को दफना देते हैं।

- वियतनाम में कई जगहों पर यह परंपरा है कि इंसान की मौत के बाद उसका बड़ा बेटा या बेटी उसके सारे कपड़े उतारता है और उन्हें हवा में लहराता है। इसके बाद मृतक की आत्मा को पुकारा जाता है, ताकि वो फिर से मृतक के शरीर में प्रवेश कर सके।

- तिब्बत के बौद्ध समुदाय में ये परंपरा है कि इंसान की मौत के बाद उसके शव के छोटे-छोटे टुकड़े कर उन्हें गिद्धों को खिला दिया जाता है। यहां यह परंपरा हजारों सालों से चली आ रही है, जिसे नियिंगमा परंपरा (स्काई बुरियल) कहा जाता है। ऐसा करने के पीछे मान्यता है कि मृत व्यक्ति के शव को अगर गिद्ध खाएं तो उनकी उड़ान के साथ उस व्यक्ति की आत्मा भी स्वर्ग में पहुंच जाती है।

- चीन और फिलीपींस में कई जगहों पर इंसान की मौत के बाद उनके शवों को ताबूत में रखकर ऊंचे चट्टानों पर लटका दिया जाता है। ऐसा करने के पीछे मान्यता है कि इससे मृतक की आत्म सीधे स्वर्ग में पहुंच जाती है।

- इंडोनेशिया के बाली में मृतक को जीवित की तरह माना जाता है। कहा जाता है कि वह अभी सो रहा है। यहां इंसान की मौत पर आंसू बहाने की भी मनाही है।