बरसात के मौसम में आसमान से पानी गिरना आम बात हैं और कभीकभार मौसम में बदलाव के साथ बर्फ या ओले भी गिरते हैं। लेकिन क्या आपने कभी आसमान से मछलियों की बरसात होते हुए देखी हैं। अगर नहीं देखी है तो पहुंच जाइए होंडुरास जहां पीछले 100 सालों से हर साल मछलियों की बारिश हो रही है। कभीकभार तो साल में दो बार भी यह बारिश हो जाती है। यह अजीबोगरीब घटना बसंत ऋतु के अंत में या गर्मियों की शुरुआत में होती है।
दरअसल, होंडूरास से अटलांटिक सागर की दूरी महज 200 किलोमीटर है। वैज्ञानिक मछलियों की बारिश का कारण अटलांटिक सागर को बताते हैं, लेकिन यहां रहने वाले लोगों का कुछ और ही मानना है। वो इसे भगवान का चमत्कार मानते हैं। होंडूरास के लोग मछलियों की इस बारिश के पीछे ये तर्क देते हैं कि 19वीं शताब्दी में यहां के लोगों की आर्थिक हालत बेहद खराब थी, जिसकी वजह से लोग भूखे मर रहे थे। ये सब वहां रह रहे एक स्पेनिश पादरी से देखा नहीं गया। इसलिए उन्होंने तीन दिन और तीन रात तक लगातार प्रार्थना की और भगवान से कहा कि वो यहां के गरीब लोगों के लिए चमत्कार दिखाएं और उनके खाने का इंतजाम करें। कहते हैं कि पादरी की प्रार्थना की वजह से होंडूरास में अंधेरा छा गया और उसके बाद आसमान से मछलियों की बारिश हुई। तब से यह चमत्कार यहां हर साल हो रहा है।
कहते हैं कि मछलियों की बारिश होने से पहले यहां मूसलधार बारिश होती है और इतनी तेज बिजली कड़कती है कि कोई भी घर से बाहर जाने की हिम्मत नहीं करता है। जब बारिश रूक जाती है और मौसम साफ हो जाता है तो लोग अपने-अपने घरों से बाल्टी और टोकरी लेकर निकलते हैं और सड़कों पर पड़ी हजारों-लाखों मछलियों को उठाकर ले जाते हैं। यही वो समय होता है, जब लोगों को बिना किसी मेहनत के सीफूड (समुद्री खाना) खाने का मिलता है।