यहाँ डॉक्टर के लिए हॉस्पिटल बना मंदिर, प्रवेश से पहले करते हैं ये काम

कोरोना वायरस का कहर लगातार जारी हैं जहां पूरी दुनिया में इससे संक्रमित लोगों का आंकड़ा 12 लाख से ऊपर हैं, वहीँ भारत में भी यह आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा हैं। ऐसे में डरने से ज्यादा जरूरत हैं सावधानी बरतने की और घर में ही रहने की। ऐसे समय में डॉक्टर ही भगवान बने हुए है और लगातार अपनी मेहनत से करना से ग्रसित मरीजों की देखभाल में लगे हुए हैं। ऐसे में आज हम आपको एक ऐसे हॉस्पिटल के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होनें हॉस्पिटल को ही मंदिर मां लिया हैं और अंदर प्रवेश करने से पहले यहां की सीढिया छूकर ही अंदर जाते है।

जयपुर के एसएमएस अस्पताल के चरक भवन कोविड ओपीडी और आईपीडी सेंटर बनाया गया है। मरीजों की जांच और देखभाल के लिए अलग से स्टाफ है और इंचार्ज हैं। हर कोई चाहता है बीमारी थमे। और लोगों को निजात मिले। बस, यही दुआ सभी के जुबान पर है, मन में और हाथों पर भी। इसीलिए एसएमएस के चरक भवन में जाने वाला स्टाफ हर दिन यहां सीढिया छूकर ही अंदर जाता है।

स्टाफ का कहना है कि दुआ यही कि हे ईश्वर, यह सिलसिला यहीं थमे, यहीं रुके। जो भर्ती हैं- उनकी रिपोर्ट निगेटिव आए और जो पॉजिटिव हैं, वे जल्दी सही हों। इसी क्रम में चरक भवन में घुसने से पहले सीढियां छूते हुए अस्पताल अधीक्षक डॉ। डीएस मीणा, कोविडि इंचार्ज डॉ. जगदीश मोदी, डॉ.अनिल दुबे, डॉ. अनुराग के अलावा वार्ड ब्याय विक्रम, कृपाशंकर, मुनावर सहित अन्य स्टाफ नजर आए।