महाभारत से जुड़ी कहानी तो सभी जानते हैं कि किस तरह से कौरवों और पांडवों में युद्ध हुआ। पांडवों में भीम का विवाह राक्षसी हिडिंबा से हुआ था। लेकिन क्या आप जानते हैं कि देश के राज्य नगालैंड में आज भी भीम की राक्षसी पत्नी हिडिंबा के वंशज रहते हैं और वहां पर ऐसी कई अद्भुद चीजें देखने को मिलती हैं जो अविश्वसनीय है। तो आइये जानते हैं इसके बारे में पूरी जानकारी।
साल 1961 में इस राज्य का नाम नगालैंड रखा गया, जबकि इससे पहले इसे नगा हिल्स तुएनसांग एरिया कहा जाता था। शुरुआत में यह राज्य एक केंद्र शासित प्रदेश था। एक दिसंबर, 1963 को इसे देश का 16वां राज्य बनाया गया था। नगालैंड भारत का एकमात्र ऐसा राज्य है, जहां केवल एक ही रेलवे स्टेशन और एक ही हवाईअड्डा है और ये दोनों राज्य के सबसे बड़े नगर दीमापुर में हैं। दीमापुर को नगालैंड का प्रवेश द्वार माना जाता है।
इस राज्य के उत्तर में अरुणाचल प्रदेश, पश्चिम में असम और दक्षिण में मणिपुर राज्य हैं, जबकि पूर्व में यह म्यांमार देश से घिरा हुआ है। यहां की प्रमुख भाषा अंग्रेजी है। इसके अलावा यहां हिंदी और 16 आदिवासी बोलियां भी बोली जाती हैं।
दिमापुर की महाभारत काल की विरासत आज भी पर्यटकों को बहुत आकर्षित करती है। यहां आज भी हिडिंबा का वाड़ा है, जहां राजवाड़ी में स्थित शतरंज की ऊंची-ऊंची गोटियां हैं, जो अब थोड़ी-बहुत टूट चुकी हैं। यहां के लोगों का मानना है कि इन गोटियों से भीम और उनके पुत्र घटोत्कच शतरंज खेलते थे। इस जगह पांडवों ने अपने वनवास का काफी समय व्यतीत किया था।
दीमापुर को कभी 'हिडिंबापुर' के नाम से जाना जाता था। इस जगह महाभारत काल में हिडिंब राक्षस और उसकी बहन हिडिंबा रहा करते थे। यही पर हिडिंबा ने भीम से विवाह किया था। यहां बहुलता में रहनेवाली डिमाशा जनजाति खुद को भीम की पत्नी हिडिंबा का वंशज मानती है।