इस मंदिर में कैदी हथकड़ी चढ़ाकर मांगते है रिहाई की मन्नत

हिन्दू धर्म में करोड़ों देवी-देवता का उल्लेख हैं और उससे कई ज्यादा देश में मंदिर हैं। वेसे तो व्यक्ति हर मंदिर में भगवान की पूजा और ध्यान करने के लिए ही जाता है लेकिन अपनी किसी मन्नत या मनोकामना की पूर्ती के लिए व्यक्ति किसी ऐसे मंदिर का चुनाव करता हैं जो उस मनोकामना को पूर्ण होने के लिए जाना जाता हैं। ऐसा ही एक मंदिर है जिसके बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं जो कैदियों की रिहाई की मनोकामना पूर्ण होने के लिए जाना जाता हैं। तो चलिए जानते हैं इस मंदिर के बारे में।

मध्य प्रदेश के नीमच जिला मुख्यालय से 30 किलोमीटर दूर स्थित जालीनेर गांव का खाखर देव मंदिर अनोखी वजह से प्रसिद्ध है। यहां पर आम लोगों के साथ ही अपराधी और कैदी भी पूजा करने आते हैं। माना जाता है कि जो अपराधी जेल से भागना चाहते हैं या फिर जमानत पर छूटना चाहते हैं वो यहां प्रार्थना करते हैं। मन्नत पूरी होने पर फरार हुए कैदी रात के अंधेरे में मंदिर में आकर हथकड़ी चढ़ाते हैं और फिर वहां से भाग निकलते हैं।

जालीनेर के इस नाग मंदिर में अधिकांश हथकड़ी चढ़ाने वाले अफीम तस्कर होते हैं। इनका लोग जिक्र भी दबी जुबान से करते हैं। मंदिर के पुजारी भी किसी का नाम बताने से डरते हैं। उनका कहना है कि कैदी मन्नत मांगते हैं और पूरी होने पर रात के अंधेरे में चोरी-छुपे हथकड़ी चढ़ा जाते हैं।

पुजारी ने बताया कि करीब 50 साल से मंदिर में हथकड़ी चढ़ाने की परंपरा चली आ रही है। यहां भले ही अपराधियों की खामोश मौजूदगी बनी रहती है, फिर भी आम लोग पूजा करने मंदिर आते हैं। लोगों की मानें तो अपराधियों के साथ ही नाग देवता अन्य लोगों की भी मनोकामना पूरी करते हैं, जिससे वो डर के बाद भी यहां आते हैं।