हर व्यक्ति के मन में विदेश जाने और घूमने की लालसा जरूर होती हैं। कई बार विदेश जाने के संयोग भी बन जाते हैं लेकिन वीजा ना मिल पाने की वजह से हताशा होती हैं और विदेश घूमने का सुनहरा मौका हाथ से निकल जाता हैं। लेकिन अगर आपको भी ऐसी दिक्कत आ रही हैं तो बस आपको एक मंदिर जाने की जरूरत होती हैं। अब आप ऐसा सोच रहे होंगे कि वीजा तो उस देश की एम्बेस्सी में मिलता है मंदिर में कैसे। तो आइये हम बताते हैं आपको इस मंदिर की कहानी जो आपको वीजा दिलाए।
तेलंगाना में हैदराबाद के पास चिलकुर में बालाजी के एक मंदिर के बारें में ये मान्यता है कि अगर किसी को वीजा चाहिए, तो मंदिर में दर्शन मात्र से उसकी मुश्किलें हल हो जाती हैं और उसे वीजा मिल जाता है। यहां हर सप्ताह लगभग एक लाख लोग सिर्फ इस आस में दूर-दूर से पहुंचते हैं कि उनका काम हो जाए।
उनके विदेश में जाकर काम करने के लिए वीजा लग जाए, या पढ़ाई के लिए स्टूजेंट वीजा। चिलकुर बालाजी के इस मंदिर के 11 चक्कर काटना ही हर मुश्किल की दवा है। जिसके बाद व्यक्ति अपनी मनोकामना ईश्वर के समक्ष रखता है। उसके पूरे होने के बाद उसे इस मंदिर के 108 परिक्रमा करनी होती है।
इस मंदिर में कोई भी दान-दक्षिणा नहीं ली जाती। न ही नकद धनराशि देने का कोई प्रावधान है। यहां ईश्वर को खुश करने के लिए मात्र नारियल ही काफी होता है। एक युवक के वीजा लगने की कहानी मंदिर की वेबसाइट पर लगी हुई है। जिसमें उन्होंने कहा कि मुझे मंदिर में दर्शन के बाद ही अमेरिका का वीजा मिल गया।