पहले का समय राजा-महाराजा के लिए जाना जाता था जिसमें राजा अपनी प्रजा का पालनकर्ता और कर्ताधर्ता साबित होता था। प्रजा के लिए किए गए काम राजा को भगवान बना सकते हैं। ऐसा ही देखने को मिला इथियोपिया के आखिरी सम्राट हैले सेलासी के साथ जिन्हें उस देश के लोग जीता जागता भगवान ही मानते थे।
उन्होंने करीब 45 साल तक इथियोपिया पर राज किया। रास्ताफेरियन लोग उन्हें जीता जागता भगवान मानते थे। दरअसल, उनके माता-पिता ने उनका नाम तफरी रखा था, लेकिन बाद में बपतिस्मा के दौरान उनको पवित्र नाम हैले सेलासी प्राप्त हुआ, जिसका अर्थ है 'ट्रिनिटी की शक्ति'। हालांकि साल 1974 में सम्राट हैले सेलासी का तख्ता-पलट कर दिया गया और उन्हें एक साल तक महल में बंधक बना कर रखा गया। उसी महल में उनकी मौत भी हो गई थी।माना जाता है कि सम्राट हैले सेलासी को बंधक बनाने वालों ने ही महल में उनकी हत्या कर दी थी। उनकी मौत के 25 साल बाद साल 2000 में उन्हें अदीस अबाबा के ट्रिनिटी कैथेड्रल में दोबारा से दफन किया गया था। दरअसल, हैले सेलासी की कब्र को साल 1992 में उस वक्त जमीन से निकाल लिया गया था, जब ये पता चला था कि वो अदीस अबाबा के इंपीरियल पैलेस में शौचालय के नीचे दफ्न हैं।