यहाँ सिगरेट में भरकर किया जाता है बिच्छू का नशा, जो चरस-गांजे और हेरोइन से भी ज्यादा खतरनाक होता है

नशा एक ऐसा शब्द जो सुनने में तो बहुत ही छोटा हैं लेकिन इसका जिंदगी पर असर बहुत बड़ा हैं। आजकल अधिकांश व्यक्ति नशे के आगोश में हैं और वे इसे अपना टशन और जरूरत मानते हैं। और ये जरूरत कब उनकी आदत बन जाती है इसका पता भी नहीं चलता। नशे के लिए इंसान कुछ भी कर गुजरने को तैयार हो जाता हैं और अजीब से नशे करने लगता हैं। आज हम आपको ऐसे ही एक नशे के बारे में बताने जा रहे हैं जिसमें लोग नशे की चरम सीमा तक पहुंचने के लिए सिगरेट में बिच्छू भरकर पी रहे हैं। तो आइये जानते हैं इसके बारे में ओर।

पाकिस्तान पख्तूनख्वा प्रांत वो जगह है जहां पर प्रचुर मात्र में गांजा, अफीम और चरस मिलता है। लेकिन कुछ गांवों के लोग इन पुराने नशों से बोर होने लगे हैं। उन्हें और ज्यादा चाहिए और खतरनाक जिससे वो नशे के चरम सीमा तक पहुच सके, इसलिए वे अब बिच्छू मारकर पी रहे हैं। क्योंकि सबसे बुरा है जहरीले जानवरों का नशा, जो चरस-गांजे और हेरोइन से बहुत पावरफुल होता है।

यह उस व्यक्ति की मनोवैज्ञानिक प्रतिक्रियाओं को ट्रिगर करता है, जो इसे पीता है। इससे याददाश्त भी जा सकती है। बिच्छू के जहर में जो ड्रग मिलता है, वह बेहद जहरीला होता है, जिससे कई लोगों की जान चली जाती है।

सबसे पहले बिच्छू को मार दिया जाता है। इसके बाद उन्हें धूप में सुखा लिया जाता है और फिर उसका पाउडर बनाया जाता है। इस पाउडर को एक कागज में भरकर उनका धूम्रपान किया जाता है। और ज्यादा नशा करने के लिए पाउडर में अफीम और तंबाकू के साथ मिलाया जाता है।