क्या सच में इन जूतों से पास नहीं आएगा कोरोना? जानें कैसे

वर्तमान समय में देश-दुनिया में कोरोना को लेकर खौंफ फैला हुआ हैं क्योंकि इसका संक्रमण बहुत जल्दी फैल रहा हैं। ऐसे में इससे बचने का सफल तरीका बताया जाता हैं सोशल डिस्टेंसिंग जिसे गंभीरता से लिया जाना बहुत जरूरी हैं और इसके लिए ही लॉकडाउन किया गया था। हांलाकि अब लॉकडाउन में ढील दी गई हैं तो देखा जा रहा हैं कि लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करते दिखाई दे रहे। ऐसे में एक शू मेकर ने ऐसे जूतों का इजात कर डाला जिससे सोशल डिस्टेंसिंग मेन्टेन रहेगी और कोरोना का खतरा कम रहेगा। आइये जानते हैं इसके बारे में।

एक खबर के अनुसार, क्लूज के ट्रांसिल्वेनिया शहर के ग्रिगोर लुप ने इन जूतों को डिजाइन किया है, जो बीते 39 साल से लेदर से जूते बनाने का काम कर रहे हैं। इस बारें में ग्रिगोर बताते हैं कि एक दिन जब वो बाजार गए, तो उन्होंने देखा लोग सोशल डिस्टेंसिंग को फॉलो नहीं कर रहे थे। तभी उन्होंने इन लंबी चोंच वाले जूतों को बनाने का फैसला किया। ‘रॉयटर्स’ की एक खबर के मुताबिक, क्लूज के ट्रांसिल्वेनिया शहर के ग्रिगोर लुप ने इन जूतों को डिजाइन किया है, जो बीते 39 साल से लेदर से जूते बनाने का काम कर रहे हैं। ग्रिगोर बताते हैं कि एक दिन जब वो बाजार गए, तो उन्होंने देखा लोग सोशल डिस्टेंसिंग को फॉलो नहीं कर रहे थे। तभी उन्होंने इन लंबी चोंच वाले जूतों को बनाने का फैसला किया।

बता दें की इन जूतों को पहनने वाले जब आमने सामने खड़े होते हैं, तो उनके बीच करीब डेढ़ मीटर का फासला रहता है। उन्होंने बताया कि एक जोड़ी जूते बनाने में दो दिन और 115 डॉलर (भारतीय करेंसी में करीब साढ़े आठ हजार रुपये) लगते हैं। 55 वर्षीय लुप ने 16 साल की उम्र में जूते बनाने का काम शुरू किया था। ग्रिगोर लुप ने साल 2001 में अपनी नई दुकान खोली थी, जिसमें वो इन जूतों को बेच रहे हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें 75 नंबर (यूरोपीय साइज) के ऐसे जूते बनाने के पांच आर्डर मिले हैं। आपको बता दें की रोमानिया में अब तक करीब 20 हजार कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए हैं जबकि करीब 1250 लोगों की मौत हो चुकी है।