आखिर क्यों बनवाए गए थे समुद्र में ये अजीबोगरीब किले, कहानी बेहद रोचक

अक्सर देखा जाता है कि हम कई जगहें ऐसी देखते हैं जिनको देखने के बाद सोचने पर मजबूर हो जाते हैं कि ये कैसे बनाई होगु और क्यों। ऐसा ही कुछ होता हैं जब इंग्लैंड के समुद्र तट से करीब सात मील दूर समुद्र में कुछ किले देखने को मिलते हैं जिन्हें 'रेड सैंड्स फोर्ट' के नाम से जाना जाता है। इन्हें देखकर यह सवाल उठता हैं कि समुद्र में किले बनाने की क्या जरूरत पड़ गई। तो आइये जा हम बताते हैं इससे जुड़ा 77 साल पुराना रोचक राज।

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मशहूर टेम्स नदी के मुहाने के करीब बने इन किलों तक सिर्फ नाव के जरिए ही पहुंचा जा सकता है। हालांकि यहां लोग न के बराबर ही आते हैं। 1960 के दशक में कुछ युवाओं ने इन किलों से एक रेडियो स्टेशन शुरू किया था। कुछ साल तक तो सबकुछ ठीक-ठाक रहा, लेकिन 1967 में ब्रिटिश सरकार की नीतियों में बदलाव की वजह ये ये समुद्री रेडियो स्टेशन हमेशा-हमेशा के लिए बंद हो गया।

रख-रखाव की कमी के चलते ये किले जर्जर स्थिति में पहुंच चुके थे, लेकिन 21वीं सदी की शुरुआत में ब्रिटेन के कुछ लोगों का ध्यान इस ओर गया, जिसके बाद कुछ पूर्व सैनिकों, इंजीनियरों और इतिहास की समझ रखने वाले लोगों ने इन समुद्री किलों की मरम्मत को लेकर प्रोजेक्ट रेड सैंड शुरू किया। इस प्रोजेक्ट का मकसद था, ब्रिटेन के इतिहास के इस पन्ने को संजोकर रखना।

इन समुद्री किलों को दूसरे विश्व युद्ध के दौरान 1943 में बनाया गया था। दरअसल, इनका मकसद, जर्मन एयरफोर्स की बमबारी से लंदन की सुरक्षा करना था। कहते हैं कि उस समय इन किलों पर 200 से ज्यादा ब्रिटिश सैनिकों को तैनात किया गया था, जो दिन-रात आसमान की निगरानी करते थे, ताकि जर्मनी के लड़ाकू विमानों को लंदन पहुंचने से पहले ही तबाह कर सकें।