देश में स्वच्छ भारत अभियान चलाया जा रहा हैं और साफ़-सफाई पर ध्यान दिया जा रहा हैं। हांलाकि आज भी कई सड़कें ऐसी हैं जो कचरे का ढेर बनी हुई हैं। इसी तरह कई दीवारों पर आपको पान-गुटकों की वजह से ही गंदगी भी मिल जाएगी। इसी के साथ आपने देखा होगा कि कुछ दीवारों पर लिखा होता हैं कि 'यहां पेशाब करना मना है'। लेकिन लोग उसको नजरअंदाज करते हुए वहीँ पर पेशाब करते हैं जो कि शर्मनाक हरकत हैं। ऐसे में अब जरा सोचिए कि कोई ऐसी तरकीब निकाली जाए कि पेशाब करने वाले के ऊपर दिवार से बाउंस होकर पेशाब आ जाए तो। आप सोच रहे होंगे कि ऐसा थोड़े होता हैं! तो आपको बता दें कि जर्मनी ने इस मामले की गंभीरता को समझते हुए एक ऐसी तरकीब निकाली हैं जिसकी बदौलत अब कोई भी दीवार पर पेशाब करने की गलती नहीं करेगा।
जर्मनी के हैमबर्ग में सेंट पॉली के नाइटक्लब डिस्ट्रिक्ट में आने वाले लोगों को दीवार गीली करने पर सबक सिखाने के लिए लोगों ने अनोखा तरीका निकाला है। हैमबर्ग में सेंट पॉली की गलियों में लोग शराब पीकर यहां की दीवारों पर पेशाब कर उन्हें गंदा कर देते हैं। यहां लोगों ने अपने घरों की दीवारों पर पेशाब करने वालो से निपटने के लिए एक खास तरह का पेंट लगाना शुरु कर दिया है। दरसल लोगों ने दीवारों पर स्पेशल वॉटर रेपलेंट पेंट कर दिया। शिपबिल्डिंग में इस्तेमाल होने वाले इस पेंट की यह खासियत है कि जो लोग दीवारों पर पेशाब करते हैं उन लोगों पर उनका पेशाब बाउंस होकर उन पर ही वापस गिर जाता है। तो समझ लीजिए अगर आप भी सार्वजानिक जगहों की दीवारों पर पेशाब करते हो तो अब जरा सम्भल कर करना। अगर अब आप पेशाब करेंगे दीवार पर तो अपने पेशाब से खुद भीग जाओगे।हाइड्रोफोबिक पेंट की यह तरकीब अगर भारत में इस्तेमाल की जाए तो यहां भी लोगों को सार्वजनिक स्थानों पर पेशाब करने पर सबक मिलेगा। हालांकि, हाइड्रोफोबिक पेंट काफी महंगा होता है इसलिए इसे सारी दीवारों पर लगाना आसान नहीं है। खैर भारत में सार्वजनिक दीवारो पर पेशाब करने पर जुर्माना तो पहले से लगा है और उसे वसूला भी जाता लेकिन अगर इस पेंट से इंसान खुद अपने पेशाब से भीगने लगेगा तो लोगो की गन्दी आदत थोड़ी तो ठीक हो जायेगी।