भारत देश को अपनी आस्था और संस्कृति के लिए जाना जाता हैं। अभी नवरात्रि का समय चल रहा हैं और इसी आस्था की वजह से लोग मीलो दूर स्थित मंदिरों के दर्शन करने के लिए जाते हैं। आज हम आपको एक ऐसे ही अनोखे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके लिए मान्यता है कि मंदिर की फर्श पर सोने से महिलाऐं गर्भवती होती है। हम बात कर रहे हैं हिमाचल प्रदेश में स्थित सिमसा माता मंदिर के बारे में। तो आइये जानते हैं इस मंदिर के बारे में।
इस मंदिर को लेकर लोगों की मान्यता है कि इस मंदिर के फर्श पर सोने से औरते गर्भवती होती है और उन्हें संतान की प्राप्ति होती है। जी हाँ यह सच है। इस मंदिर को लेकर विश्वास है कि इस मंदिर के तल पर सोने से महिलाओं को बच्चे को गर्भ धारण करने में मदद मिलती है।
हिमाचल प्रदेश में स्थित इस मंदिर का नाम सिमसा माता मंदिर है। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के तहसील के युद्धक्षेत्र में सिमास गांव में देवी का एक अनूठा मंदिर है। ऐसा कहा जाता है कि जिन महिलाओं को संतान की प्राप्ति नहीं है वो इस मंदिर में फर्श पर सोने से गर्भवती हो जाती है। इस मंदिर में नवरात्रों का बहुत अधिक महत्व भी है। इस अवसर पर, पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के पड़ोसी राज्यों के सैकड़ों विवाहित जोड़े इस मंदिर में आते हैं, जिनके बच्चे पैदा नहीं हुए हैं। यह जगह सिमासा माता के मंदिर के नाम से प्रसिद्ध है। यह मंदिर बैजनाथ से 25 किलोमीटर और जोगिंदर नगर से लगभग 50 किमी दूर स्थित है।
नवरात्रि में यहां एक विशेष त्यौहार मनाया जाता है जिसे स्थानीय भाषा में 'सलींद्र' कहा जाता है, जिसका अर्थ है सपना आना। नवरात्रि में जिन महिलाओं को संतान नहीं है वो मंदिर परिसर में आती हैं और रात की पूजा करते समय मंदिर के फर्श पर सोती हैं। ऐसा कहा जाता है कि महिलाएं जो माँ सिमासा में विश्वास करती हैं और सम्मान के साथ उनकी पूजा करती हैं, मां सिमासा उन्हें उनके सपने में एक इंसान या प्रतीक के रूप में आशीर्वाद देती हैं।