इस दुनिया में कई ऐसी घटनाएं हुई हैं जो आजतक रहस्य बनी हुई हैं और हमेशा सोचने पर मजबूर कर देती हैं। ऐसी ही एक अनोखी घटना 83 साल पहले अमेरिका की एक महिला पायलट एमेलिया मैरी एयरहर्ट के साथ हुई थी जो जहाज के साथ ही आसमान से ही गायब हो गई थी। आजतक उनका पता नहीं चल पाया हैं और यह एक गुत्थी बनकर ही रह गई। इन्हें बेहतरीन पायलटों में से एक माना जाता था। इसे विमानन इतिहास की सबसे रहस्यमय घटनाओं में से एक माना जाता है।
एमेलिया मैरी एयरहर्टको करिश्माई महिला पायलट भी कहा जाता था, क्योंकि उन्होंने हवाई जहाज से अटलांटिक महासागर को पार करने का करिश्मा कर दिखाया था और ऐसा करने वाली वो दुनिया की पहली महिला थीं। यह करिश्मा उन्होंने 20 मई, 1932 को कर दिखाया था। इसके बाद ही उन्हें अमेरिका के क्वीन ऑफ द एयर की उपाधि मिली थी।
अटलांटिक महासागर को पार करना एमेलिया का कोई अंतिम पड़ाव नहीं था बल्कि उन्होंने आसमान में और भी कई इतिहास रचे थे। उन्होंने हवाई जहाज से 18,415 फीट की ऊंचाई तक पहुंचकर इतिहास रचा। साथ ही 11 जनवरी, 1935 को पैसिफिक महासागर को अकेली हवाई जहाज से पार करने वाली पहली महिला भी बनीं। इसके अलावा वो मैक्सिको सिटी से नेवार्क तक की दूरी अकेले तय करने वाली पहली महिला भी बनी थीं।
एमेलिया को हवाई जहाज उड़ाने का इतना शौक था कि उन्होंने अपने लिए एक सेकेंड हैंड विमान भी खरीद लिया था और उसी से ट्रेनिंग करती थीं। उन्होंने अपने दो सीटों वाले उस जहाज का नाम केनेरी रखा था। इसी जहाज से उन्होंने सबसे पहले 14,000 फीट की ऊंचाई पर जाकर एक नया इतिहास रचा था।
दो जुलाई 1937 एमेलिया की जिंदगी का आखिरी दिन साबित हुआ, क्योंकि एक उड़ान के प्रयास के दौरान मध्य-प्रशांत महासागर के ऊपर हॉवलैंड द्वीप के पास वो विमान समेत गायब हो गईं। अमेरिका सरकार ने उन्हें खोजने का बहुत प्रयास किया। करीब ढाई लाख मील की समुद्री सीमा को छाना गया, लेकिन उनका कुछ पता नहीं चला। आखिरकार पांच जनवरी, 1939 को उन्हें मृत मान लिया गया, लेकिन आज भी यह रहस्य ही बना हुआ है कि आखिर एमेलिया विमान सहित कहां गायब हो गईं?