समोसे की दुकान से सालाना 50 लाख की कमाई कर रहा शख्स, छोड़ी थी गूगल की नौकरी

हर कोई पढ़-लिखकर और डिग्री पाकर अच्छी कंपनी में नौकरी पाने की चाहत रखता हैं। अब जरा सोचिए कि आपकी नौकरी गूगल जैसी मल्टीनेशनल कंपनी में लग गई हो तो कितनी खुशी होगी और कोई ऐसी नौकरी छोड़ने की भी शायद ही सोचें,। लेकिन आज इस कड़ी में हम आपको एक ऐसे शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं जिसने समोसे बेचने के लिए गूगल की नौकरी छोड़ दी थी। हम बात कर रहे हैं मुनाफ कपाड़िया की। तो आइये जानते हैं इनके बारे में।

मुनाफ कपाड़िया गुगल में अकाउंट स्ट्रैटजिस्ट के पद पर थे और नौकरी करते हुए मसूरी, हैदराबाद फिर मुंबई आ गए। नौकरी के साथ ही मुनाफ ने टीबीके नामक कंपनी से डिलीवरी किचन की शुरुआत की और ऑनलाइन ऑर्डर लेने लगे। इस किचन में मुनाफ ने अपनी मां नफीसा के हाथ से बने व्यंजन बेचने शुरू कर दिए। मुनाफ बोहरा समुदाय से हैं, इसलिए मेन्यू में बोहरा थाली भी रखी। इनका स्वाद लोगों को पसंद आने लगा।

मुनाफ को बिजनेस बढ़ाने के लिए जितने ऑर्डर की जरूरत थी, उतने नहीं मिल पा रहे थे। ऐसे में वो किचन बंद करने के बारे में सोचने लगे। इसी बीच फोर्ब्स इंडिया से उन्हें एक दिन फोन आया कि वे '30-अंडर-30' अंक के लिए उन्हें कवर करना चाहते हैं। इस फोन ने मुनाफ के अंदर जोश भर दिया। उन्हें इस बात का अंदाजा हो गया कि इनके व्यंजन की खुशबू फोर्ब्स तक पहुंच गई है।

2019 तक मुनाफ ने मुंबई के कई इलाकों में अपनी ब्रांच खोल डाली। इनके व्यंजन का स्वाद ऋषि कपूर, रानी मुखर्जी, रीतिक रोशन समेत तमाम बॉलीवुड की हस्तियों की जुबान तक पहुंचा। वैश्विक महामारी कोरोना के वजह से फलहाल मुनाफ के किचन बंद हैं।

मुनाफ बताते हैं समोसे के अलावा हम और भी डिशेज बनाते हैं जैसे मटन समोसा, नरगिस कबाब, डब्बा गोश्त आदि। मुनाफ के रेग्युलर कस्टमर इन डिशेज को काफी पसंद करते हैं और रोज आर्डर बुक कराते हैं।