आखिर क्यों किया इस टाइगर ने तीन सौ किमी का सफर, कई जंगल, गांव और सीमाएं करी पार

कोरोनावायरस के इस कहर के बीच इंसान अपने घर में कैद होकर बैठ चुका हैं और कहीं भी आ-जा नहीं पा रहा हैं। लेकिन जानवरों पर तो यह नियम लागू होता नहीं हैं, वे तो कहीं भी आ जा सकते हैं। ऐसा ही कुछ देखने को मिला एक टाइगर के साथ कई जंगल, गांव और सीमाएं पार कर तीन सौ किमी का सफर कर चुका हैं।

एक रिपोर्ट के अनुसार, ये टाइगर पहले चंदौली राष्ट्रिय पार्क महाराष्ट्र में था। लेकिन, अभी ये काली टाइगर रिजर्व उत्तर कन्नड़ कर्नाटक में है। अब ये ही इसका नया घर बन गया है। आपको बता दें कि बाघ अपने अनुकूल वातावरण के मुतबिक ये अपना क्षेत्र बदल भी लेते हैं। वर्ष 2018 में ये टाइगर Sahyadri Tiger Reserve में था।

बता दें की कर्नाटक फॉरेस्ट डिपार्टमेंट का बोलना है कि गत अप्रैल और मई में वो विभिन्न -विभिन्न स्थानों पर देखा गया। हालांकि, इस टाइगर का नाम टी-31 है। ये एक नर बाघ है। फॉरेस्ट डिपार्टमेंट ने बताया गया है कि इन दोनों जगली क्षेत्र के बीच करीब 225 किमी की दूरी है। उन्होंने ये भी बताया कि गत कुछ सालों से काली टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या बढ़ गई है। वर्ष 2020 में अभी तक यहां पचीस अडल्ट टाइगर कैमरे में रिकॉर्ड किए गए हैं।