दुनियाभर में आ चुका हैं नया साल 2022, लेकिन इस देश में अभी भी हैं चल रहा 2013, जानें कारण

नए साल 2022 को शुरू हुए 13 दिन हो चुके हैं और सभी देशों में सेलेब्रेशन के साथ नए साल का स्वागत किया गया। लेकिन आज इस कड़ी में हम आपको एक ऐसे देश के बारे में बताने जा रहे हैं जहां अभी भी साल 2013 ही चल रहा हैं। हम बात कर रहे हैं अफ्रीकी देश इथियोपिया के बारे में जिसका कैलेंडर दुनिया के कैलेंडर से 7 साल, 3 महीने पीछे चलता है। इथियोपिया की जनसंख्या करीब 85 लाख है जो अफ्रीका का दूसरा सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश है। यहां पर नया साल एक जनवरी को नहीं मनाया जाता है, बल्कि 11 सितंबर को लोग नया साल मनाते हैं। जहां दूसरे देशों में 12 महीना होता है, तो वहीं इस देश में 13 महीने का एक साल होता है।

साल 1582 में ग्रेगोरियन कैलेंडर शुरू हुआ था। इससे पहले इथियोपिया में जूलियन कैलेंडर का इस्तेमाल किया जाता है जो देश कैथोलिक चर्च को मानते थे उन्होंने नया कैलेंडर स्वीकार कर लिया। लेकिन कई देशों ने इस कैलेंडर को स्वीकार नहीं किया और इसका विरोध कर रहे थे। इन देशों में इथियोपिया भी शामिल था। इथियोपिया के लोग ऑर्थोडॉक्स चर्च को मानते हैं। 7 बीसी में ईसा मसीह का जन्म हुआ जिसके मुताबिक, कैलेंडर की गिनती शुरू हुई। जबकि दूसरे देशों में ईसा मसीह का जन्म AD1 में माना जाता है। इसकी वजह से अभी तक यहां के कैलेंडर में साल 2013 चल रहा है जबकि दुनिया में 2022 शुरू हो चुका है।

इथियोपियन कैलेंडर में 13 महीने का एक साल होता है जिसमें 12 महीने 30 दिन के होते हैं। अंतिम महीने को यहां पर पाग्युमे कहा जाता है जिसमें पांच या छह दिन होते हैं। साल की गिनती में नहीं आने वाले दिनों को जोड़कर इस महीने को बनाया जाता है। सबसे बड़ी खासियत है कि यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट में शामिल सबसे ज्यादा जगहें इथियोपिया की हैं। यहां की सुंदरता देखने के लिए दुनियाभर से लोग आते हैं।