टमाटर के ख़िलाफ़ भी हुआ है मुक़दमा, किस्से ऐसे रोचक जो कर देंगे आपको भी हैरान

इतिहास की हर घटना का अपना अस्तित्व होता हैं। इसी इतिहास में कई ऐसी घटनाए भी हुई हैं जो अपने अनोखेपन के लिए जानी जाती है। आज इस कड़ी में हम आपके लिए कुछ ऐसे ही रोचक किस्से लेकर आए हैं जो आपको हैरान कर देंगे और सोचने पर मजबूर कर देंगे। क्या आप सोच सकते हैं कि कभी टमाटर के खिलाफ मुकदमा हुआ हो। ऐसा हुआ हैं इतिहास में। तो आइये जानते हैं इन रोचक किस्सों के बारे में।

पेप्सी

90 के दशक की जब शुरुआत हुई थी उस समय पेप्सी के पास 17 पनडुब्बियां, एक क्रूज़र, एक फ्रिगेट और एक डिस्ट्रॉयर था। कहा जाता है ये सब बस एक सोडा के कारण सम्भव हुआ था। जी दरअसल, सोवियत संघ के साथ एक डील के तहत सोडे के बदले ये मिलिटरी इक्यूपमेंट मिले थे।

बिल्लियों के ख़िलाफ़ जंग

तेरहवीं शताब्दी में Gregory ने कहा था कि काली बिल्लियां विशेष रूप से शैतान पूजा के लिए होती है और इसी के कारण उन्हें पूरे यूरोप में व्यापक रूप से ख़त्म किया गया था।

टमाटर के ख़िलाफ़ मुक़दमा

एक समय था जब टमाटर को ज़हरीला माना जाता था। जी दरअसल उस समय टमाटर कोई नहीं खाता था। साल 1820 में इसे लेकर एक मुक़दमा भी चला था। उस समय टमाटर घातक है जैसी अफ़वाहों को ख़ारिज करने के लिए Robert Gibbon Johnson ने सलेम, न्यू जर्सी में एक भीड़ के सामने टमाटर की एक पूरी टोकरी खा ली थी और Robert Gibbon Johnson जिन्दा रहे थे।

टोमैटो कैचअप

1830 के दशक में John Cooke Bennett नाम के एक चिकित्सक ने यह कहा था कि 'टमाटर का उपयोग डायरिया और अपच के इलाज के लिए किया जा सकता है।' केवल यही नहीं बल्कि उन्होंने टोमैटो कैचअप से गोलियां भी तैयार की थी और उन्हें दवा के रूप में बेचा था।

साल 1983

जी दरअसल साल 1983 में Stanislav Yevgrafovich Petrov ओको परमाणु पूर्व-चेतावनी प्रणाली के लिए कमांड सेंटर में ड्यूटी ऑफ़िसर थे। उस समय सिस्टम ने रिपोर्ट किया कि संयुक्त राज्य अमेरिका से एक मिसाइल लॉन्च की गई थी, जिनकी संख्या बाद में पांच से अधिक तक पहुंच गई। वहीं पेट्रोन ने इसे एक ग़लत अलार्म समझ लिया उसके बाद उन्होंने जवाबी कार्रवाई में कोई भी फ़ैसला नहीं लिया। कहा जाता है उनका यह कदम सोवियत सैन्य प्रोटोकॉल के ख़िलाफ़ था और उनकी इस सूझबूझ के चलते एक बड़ा परमाणु युद्ध टल गया था।