हाल ही बेंगलुरु में एक अजीबोगरीब आवाज आने की घटना हुई जिसमें लोगों की घरों की खिड़कियां टूट गईं और लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। इस अनोखी घटना के चलते सोनिक बूम नाम सामने आया और लोगों को लगा कि यह आवाज सोनिक बूम की थी। हांलाकि अभी तह इसका पता नहीं चल पाया हैं। अब कई लोगों के मन में यह सवाल उठ रहा होगा कि आखिर यह सोनिक बूम क्या होता हैं। तो आइये आज हम बताते हैं आपको इसके रहस्य के बारे में।
जब आपके सिर के ऊपर से कोई हवाई जहाज गुजरता है तो तेज आवाज सुनाई दी होगी। ऐसा लगता है कि जैसे कहीं कुछ फटा है लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं होता है। दरअसल जब कोई चीज ध्वनि या आवाज की रफ्तार से भी ज्यादा तेज रफ्तार से हवा से गुजरती है तो विस्फोट जैसी आवाज पैदा होती है। इस आवाज को ही सोनिक बूम कहा जाता है। सूनिक बूम से बड़ी मात्रा में ध्वनि ऊर्जा पैदा होती है। दरअसल हवाई जहाज आवाज से भी तेज रफ्तार से चलती है। इस रफ्तार को सुपरसोनिक स्पीड कहा जाता है।
जब किसी चीज की रफ्तार ध्वनि या आवाज की रफ्तार से ज्यादा होती है तो उसको सुपरसोनिक रफ्तार कहते हैं। निर्वात में ध्वनि की रफ्तार 332 मीटर प्रति सेकेंड होती है। जब कोई चीज 332 मीटर प्रति सेकेंड की रफ्तार से भी ज्यादा रफ्तार से चलती है तो उसको ही सुपरसोनिक स्पीड कहा जाता है।विमान हवा में चलते समय ध्वनि तरंगें पैदा करता है। जब विमान ध्वनि की रफ्तार से कम गति से चलता है तो कोई खास फर्क नहीं पड़ता लेकिन जब विमान ध्वनि की रफ्तार से तेज चलता है तो यह सोनिक बूम पैदा करता है। बड़ी मात्रा में ध्वनि ऊर्जा पैदा होती है। जिस वजह से विमाने के आने से पहले कोई आवाज नहीं सुनाई देती लेकिन विमान के गुजरने के बाद ही तेज धमाके जैसी आवाज आती है। इस वजह से हमें विस्फोट या बादलों के गड़गड़ाहट जैसी आवाज सुनाई देती है।