जैसा कि आप सभी जानते ही है कि जब भी कभी विदेश जाना होता हैं तो देशवासियों को वीजा की जरूरत पड़ती हैं और उसके बिना आप विदेश नहीं जा सकते हैं। वीजा के आवेदन के समय बरती जाने वाली सावधानी बहुत जरूरी हैं अन्यथा इसके रिजेक्ट होने का डर बना रहता हैं। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे अनोखे मामले के बारे में बताने जा रहे है जिसमें एक भारतीय महिला के वीजा रिजेक्ट होने का कारण उसके द्वारा बोली जाने वाली अच्छी अंग्रेजी बनी हैं। तो आइये जानते हैं इस पूरे मामले के बारे में।
'डेली मेल' की रिपोर्ट के अनुसार 22 वर्षीय एलेक्जेंड्रिया रिंटूल ने यूनाइटेड किंगडम की वीजा के लिए आवेदन दिया था। वह गर्भवती थी और स्कॉटलैंड में अपने पति के पास जाना चाहती थी। हालांकि, उन्हें अनुमान था कि गर्भावस्था की वजह से वीजा रद्द हो सकता है। मगर यूके इमिग्रेशन विभाग ने जब यह दलील देते हुए वीजा रद्द किया क्योंकि उसकी अंग्रेजी हद से ज्यादा अच्छी है, तो उसे यकीन ना हुआ।
एलेक्जेंड्रिया रिंटूल ने इंटरनेशनल इंग्लिश लैंग्वेज टेस्ट (आईईएलटीएस) पास की थी। वीजा पाने के नियमों के अनुसार आवेदनकर्ता के लिए आईईएलटीएस पास करना अनिवार्य है। मगर महिला को बताया गया कि उसने जो परीक्षा पास की वह ऊंचे स्तर की थी। लिहाजा, उसे दोबारा वीजा के लिए आवेदन करने की सलाह दी गई जिस पर कम से कम 1.70 लाख रुपये खर्च करना पड़ता।
एलेक्जेंड्रिया ने फेसबुक पर नाराजगी जाहिर करते हुए लिखा, 'वीजा के नाम पर लोगों से पैसे ऐंठने का धंधा चल रहा है। मैंने जो परीक्षा पास की थी और जो दस्तावेज दिए थे, उनके आधार पर वीजा दे सकते थे। मगर जिन पैसों की जरूरत बच्चे और परिवार के लिए थी, अब उन्हें वीजा पाने के लिए खर्च करना पड़ रहा है। यह सिर्फ इसलिए क्योंकि मैं ऐसे देश, जहां मुख्य तौर पर अंग्रेजी नहीं बोली जाती, वहां की नागरिक होकर अच्छी अंग्रेजी कैसे बोल सकती हूं!'
एलेक्जेंड्रिया मेघालय की रहने वाली हैं और उनके पति बॉबी रिंटूल स्कॉटलैंड के। दोनों की मुलाकात भारत में हुई। दोनों ने शादी के बाद दुबई में कुछ वक्त साथ बिताया जिसके बाद बॉबी स्कॉटलैंड वापस चले गए। अपने पहले बच्चे की उम्मीद कर रहीं एलेक्जेंड्रिया अपने पति के पास जाना चाहती थीं, मगर नियमों ने उनकी परेशानी बढ़ा दी।