हमारे देश में आशादी से जुड़े कई नियम हैं और लड़के-लड़की की शादी की एक आयु निश्चित की गई हैं, हांलाकि कई जगहों पर बाल-विवाह के द्वारा कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। लेकिन आज हम आपको अपने देश नहीं बल्कि पापुआ न्यू गिनी की बात बताने जा रहे, जहाँ नाबालिग बच्चे भी माँ-बाप बन रहे हैं। इसके पीछे का कारण आपको हैरान कर देगा। आइये जानते है।
हम बात कर रहे हैं पापुआ न्यू गिनी में रहने वाली ट्रॉबिएंडर्स जनजाति की। इतना ही नहीं, 11-12 साल की उम्र में तो यहां बच्चों की शादी भी कर दी जाती है।
इस जनजाति में बच्चों को बाकायदा फिजिकल रिलेशन की ट्रेनिंग दी जाती है। हालांकि लड़के और लड़की का चुनाव उनके परिवार वाले आपसी सहमति से करते हैं। जिन लड़के-लड़की के बीच फिजिकल रिलेशन हुए हैं, अमूमन उनके बीच ही शादी होती है, लेकिन लड़के-लड़की की अगर चाहें तो आपसी सहमति से वह अपने पार्टनर बदल भी सकते हैं।
इतना ही नही 11-12 साल की उम्र होते ही उस लड़के-लड़की की शादी कर दी जाती है। यह परंपरा सालों से चली आ रही है। इसके चलते बच्चे कम उम्र में ही परिपक्व हो जाते हैं। 20 साल की उम्र होते-होते तो ये चार-पांच बच्चों के माता-पिता बन चुके होते हैं इतना ही नही इन बच्चों से छोटी सी उम्र से ही काफी शारीरिक काम भी करवाया जाने लगता है।