आपने यह जरूर सुना होगा कि पढ़ा-लिखा इंसान बहुत समझदार होता हैं। लेकिन ऐसा नहीं हैं कि कम पढ़ा हुआ इंसान ज्यादा पढ़े हुए लोगों को बेवकूफ नहीं बना सकता हैं। ऐसा ही कुछ देखने को मिला राजस्थान में जहां पुलिस ने एक ऐसे युवक को पकड़ा जो 8वीं फेल है और पीछले कई सालों से पुलिस को बेवकूफ बना रहा हैं। यह व्यक्ति पपला गुर्जर गैंग का अहम सदस्य है। इस शक्स का नाम हैं गजराज सिंह गुर्जर जो कि राजस्थान, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में फर्जी तरीके से वीवीआईपी सुविधा और पुलिस सुरक्षा ले रहा था। पुलिस इस बात की भी संभावना जता रही है कि इसके तार विकास दुबे कांड से भी जुड़े हो सकते हैं।
8वीं फेल गजराज सिंह गुर्जर नाम का यह व्यक्ति दिल्ली के खानपुर का रहने वाला है। इस व्यक्ति ने साल 2015 से तीन राज्यों की पुलिस को बेवकूफ बनाकर वीवीआईपी सुविधा और पुलिस सुरक्षा ले रहा था। गजराज सिंह युवा हिन्दू परिषद् और भारत सरकार के राशन वितरण और सलाहकार समिति का सदस्य बनकर नकली लेटर हेड पर राजस्थान, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशकों, मुख्य सचिवों और संबंधित जिला कलेक्टरों और जिला पुलिस अधीक्षक को मेलकर उनसे पुलिस सुरक्षा और वीवीआईपी सुविधा हासिल करता था।
भरतपुर जिला के पुलिस अधीक्षक डॉ अमनदीप सिंह कपूर ने बताया की गजराज सिंह गुर्जर कई सालों से फर्जी तरीके से तीन राज्यों में घूमता था। फर्जी मेल से वो वीवीआईपी सुविधा के साथ-साथ पुलिस सुरक्षा भी हासिल करता रहा है। गजराज खुद को कई बड़े संगठनों का पदाधिकारी बताता था। राजस्थान पुलिस पपला गुर्जर को गिरफ्तार करने के लिए दबिश देने जब फरीदाबाद पहुंची थी, तो गजराज ने उसकी भागने में मदद की थी।
फ्रॉड गजराज सिंह गुर्जर ने भरतपुर एसपी, कलेक्टर और प्रदेश के डीजीपी को मेल कर पुलिस सुरक्षा की मांग की थी। लेकिन मेल को जब अधिकारियों ने पढ़ा तो उसमें कई गलतियां मिली, जिससे शक हुआ कि कुछ तो गलत है। इसके बाद पुलिस अधिकारियों को उत्तर प्रदेश बॉर्डर पर भेजा गया, जहां से वो पुलिस सुरक्षा मांग रहा था। पुछताछ करने के बाद गजराज सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया। राजस्थान पुलिस के मुताबिक, गजराज सिंह का कई गैंगस्टर से भी कनेक्शन है। पुलिस को आशंका है कि इसका संबंध कानपुर के विकास दुबे गैंग से भी है।