महिला टीचर को छात्रा से इस कदर हुआ प्यार, शादी के लिए बदल डाला अपना जेंडर

प्यार एक अनोखा अहसास होता हैं जो कब और किससे हो जाए कहा नहीं जा सकता हैं। इंसान जब प्यार में पड़ता हैं, तो सामने वाले की कमियां देखना भूल जाता हैं और इन कमियों को दूर करने के लिए कुछ भी करने को तैयार हो जाता हैं। इसका एक हैरान करने वाला मामला सामने आया हैं राजस्थान के भरतपुर से जहां एक फिजिकल टीचर को अपनी स्टूडेंट से प्यार हो गया और शादी करने के लिए वह मीरा कुंतल से आरव कुंतल बन गई। यह शादी 4 नवंबर को रीति रिवाज से संपन्न हुई है और दोनों ही परिवारों की इच्छा से हुई। जेंडर चेंज करवाकर मीरा से आरव बने दूल्हा ने बताया कि वह सरकारी स्कूल में शारीरिक शिक्षक है। उसी गांव की स्टूडेंट कल्पना खेलने में अच्छी थी। इसी दौरान हम दोनों के बीच प्यार हो गया था। वह लड़की के रूप में पैदा हुई, मगर उसे लगता था कि वह लड़की ना होकर लड़का है, इसलिए जेंडर चेंज करा लिया और अपने स्टूडेंट कल्पना के साथ 2 दिन पहले शादी कर ली। फिलहाल शादी के बाद दोनों के परिवार खुश हैं।

इस मामले को डीग, भरतपुर का बताया जा रहा है। यहाँ के राजकीय माध्यमिक विद्यालय नगला मोती में शिक्षक मीरा कुंतल जेंडर चेंज कराने के बाद अब आरव कुंतल (लडका) बन गया है। जी हाँ और समाज में अब लोग इसे आरव कुंतल के नाम से ही जानते हैं। आपको बता दें कि आरव कुंतल डीग के बडेसरा गांव का रहने वाले हैं। इस मामले में आरव के पिता वीरी सिंह ने बताया कि मीरा उसकी चार बेटियों में सबसे छोटी बेटी थी, जो अब आरव बन गया। आरव को अब बहने बतौर भाई राखी बांधती हैं और भांजे मामा कहकर बुलाते हैं। जी दरअसल, आरव बचपन से जेंडर के रूप में लड़की था, लेकिन हाव-भाव लड़कों जैसा था। ऐसे में उसे अपना मूल जेंडर अटपटा सा लगता था।

चिकित्सकों की राय में इसे डिस्फोरिया कहा जाता है। वहीं उसके बाद मीरा ने साल 2019 में अपने माता-पिता को साथ लेकर जेंडर चेंज कराने का निर्णय लिया। वहीं 25 दिसंबर 2019 से दिल्ली के ओलवेक हॉस्पीटल में जेंडर चेंज की सर्जरी प्रक्रिया शुरू हुई जो साल 2021 तक चली। 3 साल के दरमियान कल्पना के कोच रहे आरव को कल्पना द्वारा की गई देखभाल ने उसका दिल जीत लिया और इस दौरान दोनों एक-दूसरे के नजदीक आ गए। उसके बाद 4 नवंबर 2022 को कल्पना और आरव के परिवारों की सहमति से डीग के एक मैरिज गार्डन में पारंपरिक हिंदू रीति-रिवाज के साथ दोनों परिणय सूत्र में बंध गए।