बचपन से बड़े होने तक सभी कभी ना कभी तो ट्रेन का सफ़र करते ही हैं और इससे जुड़ी सभी की अपनी यादें होती हैं। प्लेटफार्म पर खड़ी ट्रेन का इंतजार सभी को होता हैं और लोग इसके हॉर्न बजने का इंतजार करते रहते हैं। जैसे ही ट्रेन का हॉर्न बजता हैं गाड़ी रवाना होने लगती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ट्रेन के हॉर्न भी कई तरह के होते हैं जिनका अपना विशेष महत्व होता हैं। जी हाँ, ट्रेन का हर हॉर्न अपनी विशेष कहानी बयाँ करती हैं। आज हम आपको इससे जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी देने जा रहे हैं कि ट्रेन के किस हॉर्न का क्या महत्व होता हैं।
- अगर चालक ने एक बार छोटा हॉर्न बजाया तो इसका मतलब यह होता है कि गाड़ी यार्ड में जाने को तैयार है।
- अगर चालक ने दो बार छोटा हॉर्न बजाया तो इसका मतलब यह है कि चालक गार्ड से ट्रेन शुरू करने का संकेत मांग रहा है।
- अगर ट्रेन चलाते वक्त चालक तीन बार छोटा हॉर्न बजाता है तो इसका मतलब यह होता है कि गाड़ी ने अपना नियंत्रण खो दिया है। और ये गार्ड को संकेत देता है कि वह अपने डिब्बे में लगे वैक्यूम ब्रेक का इस्तेमाल तुरंत करे।
- अगर गाड़ी चलते वक्त अचानक रुक जाए और ऐसे में चालक चार बार छोटा हॉर्न बजाए तो समझ लीजिए कि इंजन में खराबी है और गाड़ी आगे नहीं जा सकती या कोई दुर्घटना घटित हुई है।
- अगर चालक एक बार लंबा हॉर्न और एक छोटा हॉर्न बजाए तो वह गार्ड को संकेत देता है कि वह एक बार गाड़ी शुरू होने से पहले ब्रेक पाइप सिस्टम की जांच कर ले।
- अगर चालक दो लंबे और दो छोटे हॉर्न बजाता है तो इसका मतलब यह है कि गार्ड को इंजन पर आने का संकेत दे रहा है।
- अगर चालक बार-बार लंबा हॉर्न दे रहा है तो इसका मतलब यह है कि गाड़ी बिना किसी स्टेशन पर रूके हुए स्टेशन पार कर रही है।
- अगर चालक रुक-रुक कर लंबा हॉर्न दे रहा है तो इसका मतलब यह है कि गाड़ी किसी रेलवे फाटक को पार कर रही है तो उस रास्ते पर आने वाले लोगों को आगाह कर रही है।
- अगर चालक एक लंबा और एक छोटा हॉर्न दे रहा है तो इसका मतलब यह है कि रेलवे विभाजित हो रही है। इसके अलावा अगर चालक दो छोटे और एक लंबा हॉर्न दे तो यानी कि किसी ने गाड़ी की आपातकालीन चेन खींच दी है या फिर गॉर्ड ने वैक्यूम ब्रेक लगाया है।
- अगर चालक 6 बार छोटा हॉर्न बजाये तो वो संकेत दे रहा है की आगे कोई बड़ा धोखा हो सकता है।