कोरोना वायरस के चलते एक तरफ जहां लाखों लोगों की जानें गई हैं वहीं, दूसरी तरफ इस वायरस से संक्रमित होने के बाद ठीक हुए लोग अब एक अजीबोगरीब समस्या से जूझ रहे हैं। दरअसल कोरोना नेगेटिव होने के बाद कई लोग ऐसे हैं, जिनकी सूंघने की क्षमता बुरी तरह प्रभावित हुई है जिसके चलते इन लोगों के लिए रोजमर्रा की जिंदगी काफी चुनौतीपूर्ण और तनावपूर्ण होती जा रही है।
इंग्लैंड के केंट शहर में रहने वाली 44 साल की सारा गोवियर मई के महीने में कोरोना पॉजिटिव हुई थीं और फिर कुछ दिनों बाद वे ठीक भी हो गई थीं। हालांकि अब उनकी सूंघने और स्वाद लेने की क्षमता बुरी तरह प्रभावित हो चुकी है। सारा ने बताया कि उन्हें अब खाने की ज्यादातर चीजों से गंदी महक आती है। इसके चलते वे अपने खाने का भरपूर आनंद नहीं ले पा रही है।
सारा को मीट का टेस्ट परफ्यूम जैसा लगता है, टूथपेस्ट से मिंट की जगह पेट्रोल जैसा टेस्ट आता है और उन्हें कॉफी से सिगरेट स्मोक की महक आती है। वहीं चॉकलेट केक का टेस्ट इतना बुरा है कि वो इसे खा ही नहीं पाती हैं। इन सबकी वजह से सारा ने खाना काफी कम कर दिया है तो उनका वजन भी काफी कम हो गया है। सारा को प्याज और लहसुन से भी बहुत बुरी महक आती थी और चूंकि ये ज्यादातर रेसिपी में इस्तेमाल होते हैं, इसी वजह से सारा के लिए खाना बनाना और खाना खाने में काफी मुश्किल हो रही है।
हालांकि कुछ फूड्स ऐसे हैं जिनसे सारा को किसी भी तरह की परेशानी नहीं है लेकिन ये काफी कम मात्रा में हैं और उन्हें लगता है कि वे इन फूड्स से जल्द बोर हो सकती हैं। सारा ने अपने लक्षणों के बारे में कोविड सपोर्ट ग्रुप में पोस्ट किया था। इसके बाद उन्हें एहसास हुआ कि वे अकेली नहीं हैं जो इस समस्या से गुजर रही हैं। इसके बाद ही उन्होंने फेसबुक पर 'कोविड पैरोस्मिया सपोर्ट ग्रुप' बनाने का फैसला किया था। इस ग्रुप में अब तक 4 हजार से ज्यादा लोग जुड़ चुके हैं और वे अपनी समस्या को लेकर पोस्ट करते हैं। इस ग्रुप में कई लोग ऐसे भी हैं जो अपनी सूंघने की क्षमता वापस पाने के लिए खास तरह की ट्रेनिंग भी कर रहे हैं।
आपको बता दे, सारा के लक्षणों को मेडिकल टर्म्स में पैरोस्मिया कहा जाता है और इस स्थिति में लोगों को अपने फेवरेट परफ्यूम की खुशबू भी खराब लगने लगती है। डॉक्टर्स के मुताबिक, कई कोरोना पॉजिटिव लोग सूंघने की क्षमता खो देते हैं क्योंकि ये वायरस नाक के रिसेप्टर नर्व एंडिंग्स को नष्ट कर देता है। ये नर्व एंडिंग्स दिमाग को किसी महक के पीछे छिपी केमिकल जानकारी को खोजने में मदद करते हैं और इनके खराब होने पर पैरोस्मिया जैसी स्थिति पैदा हो जाती है।