यहां मौत होने के बाद भी खर्च करने पड़ते हैं करोड़ों रूपये, शव दफनाने को जमीन मिलना भी मुश्किल

आमतौर पर देखा जाता हैं कि मौत होने के बाद शव को कब्रिस्तान में दफना दिया जाता हैं और इसके लिए वहां कोई मनाही नहीं होती हैं और कोई पैसे भी नहीं लेता हैं. लेकिन हांगकांग एक ऐसा देश हैं जहां मरने के बाद भी चैन नहीं हैं और शव को दफनाने की जगह के लिए करोड़ों रूपये खर्च करने पड़ते हैं वो भी जमीन के एक छोटे से टुकड़े के लिए.

दरअसल, हांगकांग (Hongkong) में जमीनों के भाव आसमान छू रहे हैं। यहां लोगों को शव दफनाने के लिए जमीन के एक छोटे से टुकड़े के लिए करीब एक करोड़ 58 लाख रुपये चुकाने पड़ते हैं। यहां जमीनें महंगी होने की वजह से ही लोगों ने अब लाशों को दफनाने के बजाय जलाना शुरू कर दिया है, लेकिन इसमें भी एक समस्या है और वो ये है कि लोग शव को जलाने के बाद उसके भस्म को दफनाना चाहते हैं। जमीन की बढ़ती कीमतों की वजह से लोग यहां शव के भस्म को सरकारी लॉकरों में रख रहे हैं। हालत ये है कि हांगकांग में करीब चार लाख भस्म अभी भी दफनाए जाने के इंतजार में हैं और वो सब लॉकरों में रखे गए हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सरकारी लॉकरों में अस्थियां रखने के लिए लोगों को सालाना करीब 22 रुपये चुकाने पड़ते हैं, लेकिन यहां भी एक बड़ी समस्या है। लॉकरों के लिए भी लोगों को चार साल तक इंतजार करना पड़ता है। हालांकि सरकारी लॉकरों में जगह न होने की वजह से लोग यहां निजी लॉकरों में भी अस्थियां रखने लगे हैं। ये लॉकर किसी जूते के डिब्बे के बराबर होते हैं, जिसमें थोड़ी ही जगह होती है।