इस आइलैंड पर है शाहरुख खान का भी बंगला, बनने में लगे थे इतने साल

बॉलीवुड के किंग खान यानी शाहरुख खान का आज 57वां जन्मदिन है। किंग खान के बर्थडे पर उनके फैंस हमेशा की तरह काफी एक्साइटेड दिखाई दे रहे हैं। इस मौके पर उनके फैंस रात से ही मुंबई स्थित उनके घर मन्नत के बाहर खड़े हैं। देर रात शाहरुख भी घर की बाउंड्री पर चढ़कर फैंस को धन्यवाद भी किया। आपको बता दे, मुंबई के अलावा एक घर दुबई में भी है। रिपोर्ट्स की मानें तो उस घर की कीमत, मन्नत से कम है मगर वो जिस जगह पर बना है, वो बेहद खास है। दुबई के पाम जुमेराह (Palm Jumeirah) यानी पाम आइलैंड (Palm island Shahrukh Khan house) पर कई सेलेब्स की तरह शाहरुख खान का भी एक बंगला है। आज हम आपको उसी पाम आइलैंड्स से जुड़े कुछ ऐसे फैक्ट्स को बताएंगे जो आपको हैरान कर देंगे।

पाम जुमेराह का नाम ऐसा इसलिए है क्योंकि ये पाम (Palm tree shape island) यानी खजूर के पेड़ के आकार का है। इसे दुनिया का आठवां अजूबा माना जाता है और सबसे बड़ा मानव निर्मित आइलैंड है। आपको जानकर हैरानी होगी कि ये अंतरिक्ष से भी नजर आता है। बताया जाता है कि दुबई में जब इस ड्रीम प्रोजेक्ट के काम की प्लानिंग शुरू हुई तो ऐसे पत्थरों की जरूरत थी जो समुद्र के अंदर पानी के बहाव में बहे नहीं और एक जगह स्थिर रहें। तब आर्किटेक्चर ने पूरे विश्व में इस तरह के पत्थर तलाश किए। और इनके सैंपल दुबई मंगाए गए। पत्थरों को एक खास आकार का होना चाहिए था। सैंपल में मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले की पत्थर खदानों के सैंपल पास हुए। इसके बाद इन पत्थरों को एक विशेष आकार में काट कर गुजरात के रास्ते समुद्री जहाज से दुबई भेजा गया। 20 से 30 फीट के आकार के ये पत्थर 30 से 40 टन के थे।

पाम जुमेराह 5 किलोमीटर लंबा और 5 किलोमीटर चौड़ा है। जो कि 800 फुटबॉल मैदान के बराबर है। इसकी नींव में सिर्फ मिट्टी और पत्थरों का इस्तेमाल किया गया है। किसी तरह के स्टील और सीमेंंट का यूज नहीं किया गया। इसको बनाने में जितना पत्थर और रेत का इस्तेमाल किया गया है, उससे धरती के 3 चक्कर के बराबर 2 मीटर मोटी दीवार बनाई जा सकती है। इसे तैयार की गई रेत बाहर से मंगाई गई थी। क्यूंकि दुबई की रेत पानी में घुल जाती है, इसलिए इस पर भरोसा नहीं किया जा सकता।

ताड़ के पेड़ (Palm Tree) के आकार में बने यह द्वीप आज दुबई की पहचान है। ताड़ के पेड़ जैसा आकार हाेने के कारण ही इस द्वीप का नाम पाम जुमेराह द्वीप रखा गया। ताड़ के पेड़ के आकार में बसाए गए इस द्वीपसमूह में लग्‍जरी होटल्‍स, रेस्‍टॉरेंट्स, स्पा, शानदार क्‍लब और अपार्टमेंट्स बने हैं। खूबसूरत समुद्री तट (बीच) यहां का आकर्षण हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, यहां करीब 80 हजार लोगों के एक साथ रहने की व्यवस्था है।

पाम आइलैंड को बनाने में सैटलाइट का प्रयोग किया गया था। हाईटेक जीपीएस तकनीक और वाइब्रो कॉम्पैक्शन तकनीक की मदद से सटीक जगह पर रेत और पत्थर गिराए गए थे। इस द्वीप को बनाने के लिए पत्‍थरों से आधे चंद्रमा के आकार का 11 किलोमीटर लंबा ब्रेकवाटर तैयार किया गया। ऐसा इसलिए कि समंदर की लहरों और तेज हवाओं में भी यह द्वीप सुरक्षित रह सके।

इस आइलैंड को बनाने के लिए एक अस्थायी डैम का भी आविष्कार किया गया था क्योंकि समुद्र से 25 मीटर नीचे बेस बनाने के लिए बिना पानी के निर्माण करना था। 55 लाख क्यूबिक मीटर पानी को 45 दिनों में पंप के जरिए हटाया गया था और करीब 2000 मछलियों को पकड़कर दूसरी जगह शिफ्ट किया गया था जिससे वो फंसकर ना मर जाएं। आपको बता दें कि पाम जुमेराह पर 12 हजार खजूर के पेड़ हैं जिसे नर्सरी में उगाया गया था। इस आइलैंड को बनाने का एक मात्र कारण ये था कि यहां टूरिज्म को बढ़ावा देना था। शाहरुख खान ही नहीं कई विदेशी सेलेब्स के घर भी यहां पर हैं।

अब इस आइलैंड से जुड़ी सबसे जरूरी बात। इस नखील नाम की रियल एस्टेट बिल्डिंग ने बनाया था जो अब दुबई प्रशासन के अंडर में है। आइलैंड को बनाने में सिर्फ 6 साल वक्त लगा था और इस प्रोजेक्ट की कीमत 90,000 करोड़ रुपये से भी ज्यादा थी। नखील ने यहां एक 52 मंजिला इमारत भी बनाई है, जहां से लोग इस खूबसूरत पाम जुमेराह द्वीप का दीदार करते हैं।