वर्तमान समय में देश में क्राइम का ग्राफ बढ़ता नजर आ रहा हैं जो आमजन के साथ ही पुलिस के लिए भी कई परेशानियां खड़ी कर रहा हैं। कभीकभार तो मुजरिमों को पकड़ना भी मुश्किल हो जाता हैं। ऐसा ही कुछ देखने को मिला गाजियाबाद में जहां एक ब्लाइंड मर्डर के दौरान पुलिस असली मुजरिम तक नहीं पहुंच पा रह थी। लेकिन आपको जानकर हैरान होंगे कि जो काम पुलिस नहीं कर पाई वह एक फीमेल डॉग ने कर दिखाया और उसने असली मुजरिमों का पता लगा लिया। इस फीमेल डॉग का नाम हैं लीना जिसकी सोशल मीडिया पर खूब तारीफ हो रही है।
दरअसल, लीना लैब्राडोर नस्ल की एक फीमेल डॉग है, जो पुलिस की डॉग स्क्वायड टीम का हिस्सा है। ढाई साल की लीना ने एक ब्लाइंड मर्डर को सुलझाने में गाजियाबाद पुलिस की काफी मदद की है। इसके लिए उसे सम्मानित भी किया गया। गाजियाबाद पुलिस ने खुद ट्वीट कर बताया कि लीना ने कैसे एक ब्लाइंड केस सुलझाने में उनकी मदद की है।
बता दें की गाजियाबाद पुलिस ने 11 जून को ट्वीट पर लिखा, ‘गाजियाबाद पुलिस की लीना ने विवेक नाम के युवक की हत्या का ब्लाइंड केस सुलझाने में मदद की है। तीनों आरोपी मोहसिन, आदिल और सलमान ने विवेक की मोटरसाइकिल टकरा जाने जैसी मामूली बात पर हत्या कर दी थी। एसएसपी गाजियाबाद ने इनाम में लीना को नया पट्टा, रस्सी और गद्दा दिया।’
इस बारें में एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि 31 मई को मसूरी थाना क्षेत्र में बिजली विभाग के एक कर्मी की संदिग्ध परिस्थिति में हत्या हो गई थी। इस मामले में परिजनों ने तीन लोगों के खिलाफ नामजद तहरीर दी। लेकिन जांच के शुरू से ही तीनों बेगुनाह लग रहे थे। ऐसे में पुलिस ने लीना की मदद ली। उसने कुछ ऐसे सुराग खोजे कि दस दिन के अंदर असली हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया और तीन निर्दोष व्यक्ति जेल जाने से बच गए। रिपोर्ट के अनुसार, लीना की ट्रेनिंग ITBP केंद्र पंचकूला से हुई है। हालांकि, इस बहादुर डॉगी के लोग फैन हो गए है।