हर कोई बीमार होने पर डॉक्टर के पास जाता हैं और जो डॉक्टर सलाह देता हैं उसे मानता हैं। मरीज द्वारा डॉक्टर की लिखी गई सभी जांच करवाई जाती हैं क्योंकि वह डॉक्टर पर विश्वास करता हैं। लेकिन जरा सोचिए कि डॉक्टर कभी कोई ऐसी जांच लिख दे जो आपको परेशान कर दे तो। जी हां, ऐसा ही कुछ देखने को मिला झारखंड में जब डॉक्टर ने चतरा जिले के दो युवकों को पेट दर्द की शिकायत होने पर प्रेग्नेंसी टेस्ट कराने के लिए कहा। इसी के साथ डॉक्टर ने एचआईवी और हीमोग्लोबिन टेस्ट कराने को भी कहा।
इसके बाद दोनों युवकों ने डॉक्टर के खिलाफ चतरा जिले के सिविल सर्जन अरुण कुमार पासवान से शिकायत की है। इस बारे में पासवान ने संवाददाताओं से कहा, मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। कुमार ने हालांकि, इन आरोपों को झूठा बताया है। अब इससे डॉक्टर्स की लापरवाही कहे या गलती जो भी हो ये एक हांस्य का पत्र जरूर हो गया वैसे डॉक्टर्स की इस लापरवाही को अक्सर देखने मिल जाता है।कुछ ऐसा ही अजीबो-गरीब मामला जुलाई में सिहभूम जिले में भी देखने को मिला था, जब एक डॉक्टर ने पेट दर्द की शिकायत पर एक महिला को कॉन्डम का प्रयोग करने के लिए लिखा था। जब महिला दवा लेने मेडिकल स्टोर गई तब उसे पता चला कि डॉक्टर ने जो दवा लिखी है वह कॉन्डम है।