गोलगप्पे बेचने वाले भैया की दरियादिली! बेटी के पहले जन्मदिन पर मुफ्त में खिलाए 1 लाख गोलगप्पे

समय के साथ लोगों की सोच में बड़ा बदलाव आया हैं और लोगों के लिए उनकी बेटियां अब बोझ नहीं बल्कि आंखों का तारा बन रही हैं। इसका एक उदाहरण पेश किया हैं मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के गोलगप्पे बेचने वाले भैया ने। इस शख्स ने जहां अपनी बेटी के पैदा होने पर 50 हजार गोलगप्पे मुफ्त में खिलाए थे। वहीँ, अब बेटी के पहले जन्मदिन पर 1 लाख गोलगप्पे मुफ्त में खिलाए हैं। शख्स भोपाल के कोलार इलाके में गोलगप्पे बेचता है जिसका नाम अंचल गुप्ता है। इस मामले में स्थानीय लोगों के अलावा कोलार मेन रोड से गुजरने वाले लोगों ने भी मुफ्त के गोलगप्पे का लुत्फ उठाया और जब उन्हें इसके पीछे का मकसद मालूम हुआ तो बेटी अनोखी को ढेर सारा आशीर्वाद भी दिया।

बीते बुधवार को अंचल गुप्ता की बेटी अनोखी एक साल की हो गई। ऐसे में अपनी बेटी के पहले जन्मदिन की खुशी सबके साथ साझा करने और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का संदेश देने के मकसद से अंचल ने एक लाख एक हज़ार गोलगप्पे मुफ्त खिलाए। बेटी जब पैदा हुई थी तब अंचल गुप्ता ने 50 हजार पानीपुरी खिलाई थीं। अब पहली वर्षगांठ पर 1,11,000 पानी पुरी खिलायीं। अंचल गुप्ता का कहना है बेटियां घर की लक्ष्मी होती हैं। घर में समृद्धि लाती हैं। बेटी पूरे वंश को चलाती हैं। यही वजह है कि अब समाज में लोगों की मानसिकता पूरी तरह से बदले। कोई भी अपनी बेटियों को बोझ ना समझे। समाज में बदलाव आए लोगों की मानसिकता पूरी तरह से बेटियों के प्रति बदले। बेटी है तो कल है।

अंचल गुप्ता के घर बेटी को आशीर्वाद देने और गोलगप्पे खाने बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। लंबी-लंबी कतारें लगीं। अंचल गुप्ता ने गोल गप्पे खिलाने के लिए स्टॉल लगाकर कर्मचारियों को तैनात किया था। करीब 20 से 21 स्टॉल लगाए गए। विधायक रामेश्वर शर्मा भी अनूठी पहल में भागीदारी बने और बेटी अनोखी को आशीर्वाद दिया। केवल इतना ही नहीं बल्कि, विधायक रामेश्वर शर्मा ने भी इस दौरान लोगों को अपने हाथों से गोलगप्पे खिलाए। इसी के साथ मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी इस पहल के बाद अंचल की बेटी को जन्मदिन की बधाई देते हुए आशीर्वाद दिया।