किसी भी महिला के लोए माँ बनना बहुत सुखद अहसास होता हैं जो उन्हें पूर्ण बनाता है। कई बार ऐसे किस्से सामने आते हैं जब किन्हीं कारणों की वजह से गर्भवती नहीं हो पाती है या मिसकैरेज (गर्भपात) हो जाता है जो कि उसके लिए बहुत दुख की बात होती हैं। ऐसा ही कुछ देखने को मिला था कॉन्वी टाउन की रहने वाली लॉरी जोन्स के साथ। लेकिन गर्भवती गायों की मदद से उसे भी प्रेगनेंट होने में मदद मिली। तो आइये जानते हैं इस पूरे किस्से के बारे में।
कॉन्वी टाउन की रहने वाली लॉरी जोन्स ने बताया कि पहली बार उसने साल 2011 में एक बेटे को जन्म दिया था, लेकिन इसके बाद से उसे प्रेग्नेंसी में दिक्कत होने लगी। जब भी वो गर्भवती होती, उसे काफी कमजोरी महसूस होने लगती या फिर बीमार पड़ जाती थी। इसकी वजह से उसका गर्भपात हो जाता था। उसने तमाम तरह से टेस्ट और इलाज कराए, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।
एक-एक कर महिला को चार बार मिसकैरेज का दर्द झेलना पड़ा। उसने बताया कि बाद में उसे ऐसा लगने लगा था, जैसे अब वो दोबारा कभी मां नहीं बन पाएगी। महिला ने बताया कि वो एक दिन घर पर ही बैठकर टीवी देख रही थी, जिसमें गर्भवती गायों पर एक फार्मिंग प्रोग्राम चल रहा था। उस प्रोग्राम में गायों की प्रेग्नेंसी और डिलिवरी को लेकर चर्चा चल रही थी।
फार्मिंग प्रोग्राम के दौरान बैठे मेहमान आपस में चर्चा कर रहे थे कि गाय के स्वस्थ बच्चे के लिए आयोडीन और थायोरॉक्सिन कितनी जरूरी है और इसकी कमी के चलते किस तरह की परेशानियां सामने आती हैं। बस ये बात महिला के दिमाग में घर कर गई। उसे पता चल गया कि उसकी प्रेग्नेंसी में आखिर किस तरह की दिक्कत आ रही है।
महिला ने गर्भ धारण करने से पहले इंटरनेट पर रिसर्च की और उसके बाद आयोडीन वाले नमक में खाना बनाना शुरू किया। साथ ही उसने थॉयराइड विशेषज्ञ से भी मुलाकात की। गर्भधारण करने के बाद उसे हर दो हफ्ते पर अलग से थॉयरॉक्सिन भी दी गई। ये सभी तरीके महिला के लिए बेहतर साबित हुए और उसने साल 2015 में एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया।
लॉरी ने बताया कि उसके लिए गर्भधारण करना उतना मुश्किल नहीं था, जितना कि बच्चे को 9 महीने तक बिना किसी परेशानी के गर्भ में रखना। हालांकि उसे गर्भवती गायों से प्रेरणा मिली और उस प्रोग्राम की वजह से ही वो मिसकैरेज के दर्द से उबर पाई। अब लॉरी चाहती हैं कि सरकार उनकी तरह मिसकैरेज की समस्या से जूझ रहीं उन महिलाओं की मदद करे, ताकि वो भी मां बनने का अपना सपना पूरा कर सकें।