चीन: कोरोना का खौफ, 10 दिन की बच्ची को पब्लिक टॉयलेट में छोड़ गई मां

कोरोना वायरस (Coronavirus) का खौफ इतना ज्यादा है कि लोग इससे बचने के लिए कुछ भी छोड़ने को तैयार है। फिर चाए अपनी कोख से जन्मी बच्ची ही क्यों ना हो। दरअसल, कोरोना वायरस से संक्रमित चीन के एक सार्वजनिक शौचालय में एक 10 दिन की बच्ची को कोई मां छोड़ गई थी। इसे किसी राहगीर ने देखा। जिसके बाद पुलिस को इस बारे में बताया गया।

चीन के सिचुआन प्रांत के मियानयांग शहर में झाओ नाम का आदमी सार्वजनिक शौचालय का उपयोग करने गया। तभी उसने देखा कि एक क्यूबिकल के अंदर से बच्ची के रोने की आवाज आ रही है। उसने तुरंत इसका वीडियो बनाना शुरू किया और बच्ची के पास तक गया। झाओ ने देखा कि टॉयलेट के एक क्यूबिकल में एक बच्ची जो करीब 10 दिन की होगी, वह नंगे बदन ठंड से ठिठुर रही थी।

बच्ची जोर-जोर से रो रही थी। उस आदमी ने तत्काल पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को सूचना दी। बच्ची को तुरंत गर्म कपड़े में लपेटा। इसके तुरंत बाद ही पुलिस और स्वास्थ्यकर्मियों की टीम मौके पर पहुंची। फिर उसे मियानयांग शहर के कोरोना क्वारंटीन सेंटर ले जाया गया।

पुलिस ने बताया कि इस बच्ची का क्वारंटीन सेंटर में कोरोना जांच हुआ है। फिलहाल हमने बच्ची को एक अनाथालाय में भेज दिया है। वहां उसे देखने के लिए हर दिन दर्जनों लोग पहुंच रहे हैं। पुलिस का कहना है कि हमें इस बात का शक है कि कोई कोरोना पीड़ित महिला इस बच्ची को यहां छोड़ गई होगी। हम इसकी जांच कर रहे हैं।

पुलिस का कहना है कि अगर बच्ची कोरोना संक्रमित पाई जाएगी तो उसका पूरा इलाज किया जाएगा। फिलहाल हम बच्ची का डीएनए लेकर उसके माता-पिता को खोजने की कोशिश कर रहे हैं।

डॉक्टर वैंग जियाओहुआंग ने बच्ची की जांच करने के बाद बताया कि बच्ची का तापमान कम था। लेकिन शरीर में थोड़ी पानी की कमी है। हमने बच्ची के सारे जांच कर लिए हैं।

आपको बता दे, चीन में नियम है कि अगर कोई माता-पिता अपने बच्चे को कहीं छोड़ता है तो उसे कानून सजा के तौर पांच साल कैद की सजा देता है। चीन में एक बच्चे के नियम के कारण भी कई बार दूसरे बच्चे के जन्म के बाद मां-बाप उन्हें छोड़ जाते हैं ताकि कानूनी दिक्कतों का उन्हें सामना न करना पड़े।

आपको बता दे, कोरोना वायरस की वजह से पूरी दुनिया में तकरीबन 1,10,000 से ज्यादा लोग संक्रमित हो गए है। वहीं इस वायरस की वजह से 4100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। भारत में इस वायरस के 61 मामले सामने आ चुके है।